FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें, FINANCIAL FREEDOM की परिभाषा, FINANCIAL FREEDOM प्राप्त करने के steps in hindi, FINANCIAL FREEDOM के फायदे

FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें : FREEDOM शब्द किसको प्यारा नही लगता है? चाहे मनुष्य हो या इतर प्राणी, इसे हर कोई प्राप्त करना चाहता है। और अगर FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें की बात हो तो भला कौन सा व्यक्ति  आकर्षित नही होगा और जल्द से जल्द प्राप्त करना चाहेगा? परंतु FINANCIAL FREEDOM अलग अलग लोगो के लिये अलग अलग अभिप्राय रखता है। कुछ लोग इसे ऋणमुक्त होना समझते है तो कुछ लोगो के लिये अपार धन होना मायने रखता है। और भी कई तरह की धारणाये  इसके बारे मे लोगो के मन में है।

इस लेख के जरिये मैंने FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता) का अर्थ, FINANCIAL FREEDOM क्यों जरुरी है, आय का कौन सा स्तर वित्तीय स्वतंत्रता के स्तर में ला देता है, आदि पर प्रकाश डाला है। साथ ही FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता) को प्राप्त करने के विभिन्न चरण को विस्तारपूर्वक समझाया है। शायद आपके मन मे यह भी सवाल आता होगा की FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता) से क्या लाभ होगा, FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें,अर्थात कम उम्र में FINANCIAL FREEDOM को कैसे प्राप्त कर सकते हैं

इन सभी प्रश्नो की व्याख्या मैंने इस लेख में कवर करने का प्रयास किया है। इन सभी को विस्तारपूर्वक समझने के लिये लेख को अंत तक पढे । आशा है कि यह लेख आपके लिये रोचक एवम जानकारीपूर्ण रहेगा।

FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता) क्या है?

वित्तीय स्वतंत्रता (FINANCIAL FREEDOM), किसी व्यक्ति की वह वित्तीय अवस्था जब आपके पास नकदी, बचत और निवेश से होनेवाली आय इतनी हो की वह आपको अपनी शर्तो पर जीवन जीने और मूलभूत अवाश्यकतओ की पूर्ति के लिए पूर्ण हो | इस अवस्था में मौलिक अवाश्यक्तओ को पूरा करने के लिए पैसा कमाने के उद्देश्य से मजबूरन घर के बाहर जाने की अवाश्यकता नहीं होती है | घर बैठकर ही आवश्यक खर्चो और भविष्य में होनेवाले किसी सम्भावित खर्चो का प्रयोजन आपकी सम्पति आय (किराया, ब्याज, लाभांश आदि) से हो जाता है |

FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता ) क्यों जरूरी है?

वित्तीय स्वतंत्रता का अर्थ समझ आ जाने के बाद हमारे मन में सवाल आता है कि वित्तीय स्वतंत्रता की क्या आवश्य्कता है? वित्तीय स्वतंत्रता क्यों महात्वपूर्ण है? इन सवालो को हम इस तरह समझते हैं। वित्तीय स्वतंत्रता (FINANCIAL FREEDOM) वह अवस्था है जिसके प्राप्त हो जाने पर पैसा आपके लिए काम करने लग जाता है | उम्र बढ़ने के साथ मनुष्य का आर्थिक दायित्व बढ्ता जाता है, जैसे कि बच्चो की पढ़ाई, शादी अथवा कोई आकस्मिक चिकित्सा खर्च आदि | दुर्भाग्यवश कभी कभी बिमारी आदि की स्थिति या वश के बाहर की घटना के कारण हम बाहर काम करने के लिए असामर्थ्य हो जाते हैं |

वित्तीय स्वतंत्रता इन परिस्थियो को सहजतापूर्वक झेलने की क्षमता प्रदान करती है | साथ ही FINANCIAL FREEDOM हमे अपनी जीवन शैली को अपग्रेड करने के सोपान तक ला देती है | इसके अलावे FINANCIAL FREEDOM हमें वित्तीय सुरक्षा का अनुभव भी प्रदान कराता है |

FINANCIAL FREEDOM को प्राप्त करने के लिये कितनी आय होनी चाहिये?

बहुत से लोगो के मन मे ये सवाल आता है कि FINANCIAL FREEDOM की सामान्य अवस्था क्या है, इसके लिये कितनी आय की आवश्यक्ता है?

आम तौर पर FINANCIAL FREEDOM प्रप्त करने के लिये आपके निवेश एवम अचल सम्पत्ति का कुल मूल्य वर्तमान आय से कम से कम २५ गुणा से ज्यादा हो ताकि सम्पत्ति से कुल आय ( कम से कम वर्शिक रिटर्न ५ % होने पर) आपकी वर्तमान आय का सवा गुना बना रहे एवम आपका जीवन शैली वर्तमान रूप मे बना रहे।सम्पति पर ५% से ज्यादा अर्जित आय (ब्याज, किराया, लाभांश आदि के रूप मे) आपके वर्तमान सम्पत्ति के मूल्य में वढोतरी करता रहेगा साथ ही यह भविष्य मे मुद्रा स्फिति से उत्पन्न अवमुल्यन को कवर करता रहेगा ।

वित्तीय स्वतंत्रता को कैसे प्राप्त करे? वित्तीय स्वतंत्रता पाने के विभिन्न कदम:

वित्तीय स्वतंत्रता को निम्नलिखित ६ चरणो में प्राप्त किया जा सकता है। इन ६ चरणो की प्रक्रिया की समझ, FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें की तैयारी में मदद करेगी।

इस प्रक्रिया को नीचे समझते है :  पूरी प्रक्रिया आम का पेड़ लगाने जैसा है।

1. बजट (Budget) एवम बचत (saving) :

FINANCIAL FREEDOM का पहला चरण इसकी भूमिका तैयार करना है। इस चरण मे आप अपने होनेवाली आय का आकलन करे एवम संभावित खर्चो क बजट बनाये। बजट बनाते समय यह ध्यान रखें कि आय का कम से कम २०% आप बचत कर पा रहे हैं। इसके लिये हो सक्ता है कि आपको अपनी जीवन शैली मे कुछ बद्लाव करनी पड़े। बची हुई राशि को नियमित बचत (saving product ) करे।

प्रथम चरण के अंत तक आपमें नियमित बचत करने की प्रवृति विकसित हो गयी रहेगी एवम आप जीवन कि बुनियादी जरूरतो को पूरा करने की स्थिति मे पहुँच गये होंगे और बचत के माध्यम से कुछ राशि जमा कर ली होगी।- यह चरण एक तरह से पौधा लगाने के लिये खेत/बाग को तैयार करना है।

2. आकस्मिक निधि, बीमा कवर एवम निवेश प्लानिंग :

FINANCIAL FREEDOM के दूसरे चरण मॆं आपको समुचित बीमा (term Plan, nivesh plan evam swasthya biima-Mediclaim Policy) कवर लेना चाहिये। साथ साथ ६ महिने कि अवधि का आकस्मिक निधि बचत के रूप मे तैयार कर लेना चाहिये। लिया गया कोइ कर्ज हो तो उसका विश्लेषण करें। सम्भव हो तो कर्ज को यथाशीघ्र बन्द करें अथवा बंद करने का समुचित प्लान तैयार करें। क्योंकि कर्ज का व्यय भार (ब्याज आदि) आपके अर्निंग एवम बचत को काफी प्रभावित करता है। गृह ऋण, education लोन आदि के केस मे टैक्स बचत, किराये मे बचत, किराये की कमाई आदि की गणना को ध्यान मे रखे।

इसके बाद निवेश के लक्ष्यों को चिन्हित करें। यह तय करें की उन लक्ष्यों को कब तक प्राप्त करने हैं। ‌‌‌‌इस चरण मे आप पौधा लगाने के लिये SEEDING का काम करते है। 

3. निवेश का आकलन और निवेश प्रारम्भ :

आप दूसरे स्तर को प्राप्त करने के बाद इस स्थिति मे पहुंच गये है कि आप निवेश के लिए प्लानिंग तैयार करें। वित्तीय नियोजन के तीसरे चरण में आप निर्धारित लक्ष्य और उप्लब्ध समयानुसार आवश्यक निवेश प्लान तैयार करें । प्लान तैयार करते समय उपलब्ध संसाधनों को अलग अलग निवेश उत्पाद, उसपर होनेवाली संभावित आय को ध्यान मे रखना चहिये। आपके पास जो भी संसाधन है उसको अलग अलग निवेश उत्पादों मे निवेश करें ताकि आपका पोर्ट्फोलिओ Diversified बना रहे। इससे अनुकूल रिटर्न मिलता रहेगा और आपका जोखिम प्रबंधन आसानी से हो जायेगा।

अब आप स्थिति में पहुंच गए हैं कि निवेश करने की आदत बन गई है। नियमित निवेश को अपनाये, निवेश मे consistency बनाये रखे निवेश विविधीकरण को सुनिशिचित करे अर्थात अलग अलग निवेश instrument को अपनायें। { सभी अंडे (निवेश) को एक ही बास्केट मे ना डालें और यह भी ध्यान रखें की आपके बास्केट मे सड़े अंडे (निवेश) ना आ जाये – ज्यादा रिटर्न्स मिलने, जल्दी पैसा बढ़ाने की लालच मे ना आयें, यह दूसरे अंडे (निवेश) को भी खराब कर देगा। – इस चरण मे आपने आम का पौधा लगा लिया है।

अब तक के तीन चरणो को आप क्रमवार शुरू कर सकते हैं अथवा एक साथ अपना सकते हैं | यह आपके पास उपलब्ध संसाधन, आपकी आय ताथा जीवन शैली पर निर्भर करता है | ऐसे तो तीनों को एक साथ कर सकें तो सोने पे सुहागा क्योंकी अगले चरण के लिए आप जल्दी तैयार हो जाते हैं और आप जल्दी वित्तीय स्वतंत्रता की अवस्था तक पहुंचने में कामयाब होते हैं| जल्दी निवेश दीर्घकालिक समयावधि मे मिलने वाले compounding returns effect (चक्रवृधि रिटर्न प्रभाव) को ज्यादा फलान्वित करता है

४. निवेश का विश्लेषण :

वित्तीय स्वतंत्रता (FINANCIAL FREEDOM) का चौथा चरण काफी दीर्घकालिक परन्तु महात्वपूर्ण होता है क्योंकि इस अवधि मे निवेश आपका फलित होनेके लिए तैयार होता है | दूसरे शब्दों में कहें तीसरे चरण में आपने जो पौध उगाया था वो अभी वृक्ष बन रहा है। इस चरण में यह ध्यान में रहे की प्रथम तीन चरण जिसक उल्लेख मैंने किया है, इस अवधि में भी जारी रखे ताकि आपको वित्तिय स्वतंत्रता का लक्ष्य जल्दी हासिल हो सके| अब तक किये गये निवेश का रिटर्नस, वर्तमान मूल्य और भविष्य की संभावनाओं का आकलन करते रहें ।

निवेश में कुछ समय ऐसा आता है जब आपका कोई निवेश बहुत अच्छा प्रदर्शन कर लिया और भविष्य में उसके जोखिम ज्यादा है| ऐसे समय में आपको अपने एसेट क्लास में रीबैलेंसिंग करने की जरूरत होती है| कभी – कभी कोई निवेश दीर्घकालिक अवधि में तुलनात्मक अथवा अपेक्षित वापसी नहीं कमा पा रहा है |

साथ ही एक तथ्य यह भी है कि अलग अलग समयावधि में अलग- अलग परिसंपत्ति वर्ग अनुकुल मूल्य अथवा नीचे के मूल्य पर उप्लब्ध होते हैं, अतः मुल्य अनुकूलता और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान रख कर निवेश आवंटन करे और पोर्टफोलियो का समय समय पर रीबैलैसिग करते रहें। इससे आपके निवेश रिटर्न्स को बेह्तर करने मे मदद मिलेगी। परंतु निवेश को हमेशा दीर्घकालिक नजरिये से देखे न कि अल्प समय के पर्फोर्मेंस पर आकलन करें। – यह वह चरण होता है जब आपका आम का पौधा पेड़ बनने के लिये तैयार होता है।

५. वित्तीय स्वतंत्रता (FINANCIAL FREEDOM ) :

पाचवा चरण आपका गंत्व्य है। अब तक आपके पेड़ पर आम लग चुके हैं। यह वह चरण है जहाँ आप अपने वर्तमान नियमित आय श्रोतो के वगेर अपने निवेश सम्पत्ति की आय (ब्याज, किराया, लाभांश आदि) से जीवनयापन करने की स्थिति में होंगे | आप अपने हिसाब से अपने शर्तों के अधिन् स्वैछिक जीवन जिने के लिए स्वतंत्र होंगे | इस अवधि मे आपके वित्तिय जोखिम लेने की क्षमता में वृद्धि हो जाती है |

अतः आप अब अपने आय के एक हिस्से को जोखिम वाले अस्सेट क्लास में निवेश कर बेह्तर वापसी कर सकते हैं| परंतु जोखिम आय का अंश सिमित रखें क्योंकि यह आपके तनाव का कारण भी हो सकता है.- अब  आपके पेड़  मे आम का फल लग चुका है।

६. धन की प्रचुरता :

यह वित्तीय स्वतंत्रता (FINANCIAL FREEDOM) का शिखर स्तर है | यह चरण फाइनेंशियल फ्रीडम का स्वर्णिम चरण होता है जहां आप अपने जरूरत से ज्यादा खर्च करने की स्थिति में होते हैं| आप अपने जीवन को विलासिता की तरफ अग्रेसित कर सक्ते है। यह वह अवधि होती है जब आप आरम्भिक चरणों में संयमित जीवनशैली के तहत जिन इच्छाओ को दबया था, उसे पूरा कर सकते हैं| इस फेज मे आप किसी को वित्तीय मदद करके यश और आत्मसंतोष प्राप्त कर सकते हैं। सारांश मे पके आम को खाने के साथ साथ बेचना भी चालू कर सकते हैं |

वित्तीय स्वतंत्रता ((FINANCIAL FREEDOM ) के क्या लाभ हैं?

वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त हो जाने पर पैसा आपके लिये काम करने लग जाता है। FINANCIAL FREEDOM के प्राप्त कर लेने के निम्नलिखित फायदे हैं :

1. चिंतामुक्त जीवन : FINANCIAL FREEDOM के प्राप्त हो जाने पर वित्तीय सुरक्षा को महसूस करते हैं एवम चिंतामुक्त जीवनचर्या जीने कि शक्ति प्रप्त हो जाती है।

2. अधिक अर्जन करने का अवसर : आप अपने नियमित दिनचर्या वाले जिंदगी से हट्कर कुछ नया सोच सकते है ताकि आप ज्यादा से ज्यादा अर्जन कर सके। परंतु यह आपकी मजबूरी नहीं होती बल्कि आपका महत्वाकांछा या शौक हो सकता है।

3. वित्तीय सुरक्षा : वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के साथ ही वित्तीय सुरक्षा आ जाती है। किसी भी विषम आर्थिक परिस्थिति के लिये आप अपने आपको तैयार कर लेतें हैं।

4. वित्तीय जोखिम लेने की क्षमता मे वृद्धि : वित्तीय स्वंतत्रता आपके वित्तीय जोखिम लेने की क्षमता को बढा देता है क्योंकि अबतक आपको अपने जीवन यापन करने के लिये नौकरी की आवश्यक्ता नहीं होती है। अतः आप निवेश पर जोखिम लेने के लिये सहज होते है।

5. स्वरुचि की जीवन जीने की स्वतंत्रता : आप वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिये सक्षम हो गये है। अतः स्वरूचि से बिना किसी चिंता के जीवन जीने मे सक्षम हो सकेंगे क्योंकि अर्जन आपकी प्राथमिक्ता नहीं रह गयी है। समय एवम योजनाओं को अपने अनुकूल बना सक्ते है।

6. धनवान बनने के सोपान तक पहुंच : वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने पर यदि सही प्लानिंग पर ध्यान दिया जाय तो आपका निवेश आपके लिये wealth creator का काम कर सक्ता है और आप ढेर सारा धन क निर्माण कर सकते है।

7. अपनों के साथ ज्यादा वक्त बिताने की स्वतंत्रता : आप स्वेछा से अपनों के लिये अधिक समय व्यतीत कर सकते है।

8. कार्यस्थल पर आपका मनोबल ऊँचा रहेगा : क्योंकी आपके पास वित्तीय सुरक्षा है: अतः आपको नौकरी जाने और उसके बाद के भविष्य का उतना भय आपको नहीं रहेगा। फलतः आपका मनोबल उंचा बना रहेगा।

9. वर्क लाइफ बैलेंस में हेल्पफुल : आपके ऊपर ओवरटाइम या अन्य दवाब नही रहेगा।फलतः आप अपने दिनचर्या को निपटाकर जल्दी घर को वापस आ सकते हैं।

FINANCIAL FREEDOM (वित्तीय स्वतंत्रता) जल्दी कैसे प्राप्त करे,? (कम उम्र मे FINANCIAL FREEDOM प्राप्त करने के तरीके :

जल्दी वित्तीय स्वतंत्रता या कम उम्र में वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिये आपको ऊपर बताये गये वित्तीय स्वंतंत्रता कैसे प्राप्त करें? मे बताये गये ६ क़दमों में से प्रथम ५ चरणों को क्रमवार पूरा करने होंगे। परंतु जल्दी वित्तीय स्वंतंत्रता प्रप्त करने के लिये आपको इन ५ चरणों मे से प्रथम ३ चरणो को एक साथ एवम जल्दी प्राप्त करने होंगे। आरम्भ के दिनों से ही आपको तीनों चरणों को एक साथ शुरू करने चाहियें।

FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें  के लिये आवश्यक टिप्स (TIPS FOR FINANCIAL FREEDOM ) :

१. शुरुआती दिनों मे मितव्ययी बने अर्थात अनाव्श्यक खर्चों से बचें।
२. अपने जीवनशैली को कम खर्च के लिये समायोजित करें।
३. अपने गैर रुटीन वाले क्रय (खरीद) को ३० दिनों के लिये टालें ताकि उस क्रय की वास्तविक जरूरत का आपको पता चल सके।
४. डिस्कौंट, ऑफर आदि का उपयोग विवेकपुर्वक करें एवम उसके लत मे न पड़े ।

५. ऋन से पुरी तरह दूर रहें। लोन ट्रैप से अपने आप को अलग रखे।
६. क्रेडिट कार्ड का उपयोग विवेक के साथ करें ।
७. Passive income और Passive Saving  पैसिव-बचत-बचत-का-बूस्टर ) के तरीकों को खोजे और ऊसपर अमल करें।
८. कमाई के शुरुआती दिनो से ही निवेश नियमित करें एवम अनुशासित तरीके से करें।

९. अपने निवेश को लंबे समय के लक्ष्य के साथ जोखिम वाले निवेश मैं ज्यादा asset allocation करें।
१०. निवेश पोर्टफोलिओ को नियमित एनालिसिस करते रहें।
११. अपने निवेश का जोखिम प्रबन्‍धन करते रहें।

 

निष्कर्ष :

ऊपर हमने विस्तार से वित्तीय स्वतंत्रत्ता (FINANCIAL FREEDOM) से जुड़े पहलुओ की चर्चा की है। दिये गये तथ्यों से स्पष्ट हो गया होगा कि FINANCIAL FREEDOM हमे अपनी जीवन शैली को अपनी शर्तो पर जीने के लिये एक औजार का काम करती है। चाहे पुरुष हो या महिला सभी के लिये FINANCIAL FREEDOM कि महत्ता आवश्यक है।यद्यपि महिलाओं के लिये FINANCIAL FREEDOM का अभिप्राय पुरुषों से अलग हो सकता है परंतु FINANCIAL FREEDOM का importance सभी के लिये है और FINANCIAL FREEDOM जल्दी कैसे प्राप्त करें इसके लिये सोचते रह्ते हैं।

निःसंदेह चिंतामुक्त आर्थिक जीवनशैली के लिये बेह्तर योजना बनाकर FINANCIAL FREEDOM को आसानी से और जल्दी प्राप्त कर सकते हैं। सारांश मे FINANCIAL INDEPENDENCE EARLY RETIREMENT (FIRE) की कुंजी है।

 

धन्यवाद Quote

FAQs

Q FINANCIAL FREEDOM का सब्से बड़ा enemy (शत्रु) कौन है?

ऋण FINANCIAL FREEDOM का सब्से बड़ा enemy (शत्रु) है। यह आपके निवेश कि सारी सफलताओं को दीमक की तरह खा जाती है। यद्यपि होमे ळोन, एजुकेशन लोअन, स्माल बिजनेस लोन टैक्स बेनीफिट, किराया आय अथवा किराया बचत, रोजगार आदि से जुड़ा होता है। अतः तार्किक रूप् विवेकाधीन इसे एवेल किया जा सक्ता है। परंतु पर्सनल लोन, गोल्ड लोअन आदि से बचने कि कोशिश करे।

Q FIRE CONCEPT क्या है?

FIRE CONCEPT का अर्थ FINANCIAL INDEPENDENCE EARLY RETIREMENT. अगर आप अर्ली (जल्दी) रिटायर्मेंट क प्लान कर रहे है तो पहले आपको FINACIAL PREEDOM को प्राप्त करने के बारे में सोचना होगा।

Q मैं भारत में वित्तीय स्वतंत्र कैसे बन सकता हूं?

लेख में बताये गये ६ चरणो मे से प्रथम ५ चरण को आप पूरा करेंगे तो निश्चित रूप से आप वित्तीय स्ववतंत्र बन सकते है।

Q वित्तीय स्वतंत्रता के लिए सबसे तेज कदम क्या हैं?

कम उम्र से बचत, निवेश एवम सन्यमित जीवनशैली तथा ऋण्मुक्त रहना वित्तीय स्वतंत्रता के लिये सबसे तेज कदम है।

Leave a comment