Credit Card Kya Hota Hai | (क्रेडिट कार्ड क्या है?) विस्तार से जाने

भारत में ऑनलाइन शॉपिंग कल्चर व क्रेडिट कार्ड के बढते  चलन से Credit Card Kya Hota Hai (क्रेडिट कार्ड क्या है?) यह जानकारी आज बहुत से लोग प्राप्त करना चाहते है। खासकर के युवा पीढ़ी जो अपना अधिकांश लेनदेन के लिये ऑनलाइन को चुनना पसंद करते हैं। साथ में सोशल मीडिया व गूगल सर्च जैसी संचार माध्यमों से क्रेडिट कार्ड पर मिलने ऑफर्स व छूट की जानकारी जल्दी मिल जाती है।

इसके अलावे छोटे शहरों में भी क्रेडिट कार्ड बनवाने (CREDIT CARD KAISE BANVAYE ) के लिये  एक माहौल क्रियेट हुआ है। परंतू उनमें से अधिकांश को  यह पता नहीं होता है कि Credit Card Kya Hota Hai इस  लेख में मैंने इसी विषय को आसान भाषा में विस्तार से समझाने का प्रयास किया ताकि उन लोगों को क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त हो सकें। साथ में लेख के अंत में क्रेडिट कार्ड से जुड़ी अन्य लेख का लिंक भी शेयर किया हूँ ताकि वैसे जिज्ञासु अपने जरूरत के अनुसार सम्बद्ध लेख से जानकारी प्राप्त कर सके।

Credit Card Kya Hota Hai (क्रेडिट कार्ड क्या है) विस्तार से जाने
Credit Card Kya Hota Hai (क्रेडिट कार्ड क्या है) विस्तार से जाने

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Credit Card Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain (क्रेडिट कार्ड का हिंदी)

Credit Card Ka Hindi Meaning: क्रेडिट का हिंदी अर्थ उधार और कार्ड का हिंदी पत्रक होता है। अतः क्रेडिट कार्ड को हिंदी में उधार पत्रक कहते हैं |

क्रेडिट कार्ड का हिंदी में अर्थ समझ लेने के बाद हम क्रेडिट कार्ड का क्या मतलब होता है (Credit Card  ka Kya Matlab Hai) को भी संक्षेप में जान लेते हैं।

Credit Card Ka Matlab Kya Hota Hai क्रेडिट कार्ड का मतलब क्या है?

क्रेडिट कार्ड का मतलब चिप संचालित एक छोटा प्लास्टिक कार्ड से होता है, जो भुगतान के लिये प्रयोग किये जाते हैं। इसे जारी कर्ता कंपनियों द्वारा उपयोगकर्ताओं को इस शर्त पर जारी किया जाता है कि इसके माध्यम से वह वस्तुएं और सेवायें खरीद सकता है और निश्चित समय सीमा के भीतर जारीकर्ता द्वारा वस्तुओं और सेवाओं पर भुगतान की गयी राशि को लौटायेगा।

क्रेडिट कार्ड का फुल फॉर्म क्या होता है (Credit Card  Ka Full Form ) :

क्रेडिट कार्ड संक्षिप्त (Abbreviated) शब्द नहीं है बल्कि क्रेडिट कार्ड दो शब्दों क्रेडिट और कार्ड से बना पूर्ण शब्द है। अतः क्रेडिट कार्ड का फुल फॉर्म नहीं होता है।

क्रेडिट कार्ड के बारे में बेसिक रूप से जानने के बाद अब हम विस्तार से  क्रेडिट कार्ड क्या है इन हिंदी Credit Card Kya Hota Hai in Hindi) की जानकारी प्राप्त करते हैं

Credit Card Kya Hota Hai (क्रेडिट कार्ड क्या है) | Credit Card Kya Hota Hai in Hindi

क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक कार्ड होता है जिसमें एक मैग्नेटिक स्ट्रिप या ईवीएम चिप अथवा दोनो से  जुड़ा होता है। इस चिप में पेमेंट प्रोसेस को पूरा करने के लिये कार्डधारक से जुड़ा इनक्रिप्टेड डाटा स्टोर किया रहता है। लेन देन के समय युजर जब पेमेंट टर्मिनल में इसे डालता है तो उपकरण में कार्ड रीडर के माध्यम से चिप को पढ़ता है और सत्यापित  हो जाने पर पेमेंट को स्वीकृत करता है।

Credit Card Ka Avishkar Kisne Kiya (क्रेडिट कार्ड के जनक)

सबसे पहला क्रेडिट कार्ड सन्‌ 1946 में न्यूयॉर्क मे फ्लैटबश नेशनल बैंक ऑफ ब्रुकलिन के जॉन बिगिन ने जारी किया था जिंन्हें क्रेडिट कार्ड के आविष्कारक के रूप में जाना जाता है। उन्होने “चार्ज इट” कार्यक्रम के रूप में इसकी परिकल्पना की थी जिसमे व्यापारियो बिक्री पर्ची  कार्ड बैंक में जमा करवा देती थी और बैंक इस कार्ड का इसतेमाल करने वाले ग्राहकों को बिल भेजता था।

बाद में आधुनिक क्रेडिट कार्ड के जनक के रूप में डिनर क्लब के संस्थापक फ्रैंक मैकनामरा को जाता है जिन्होंने 1950 मे रेस्त्राँ बिल का भुगतान करने के लिये इसकी शुरूआत की थी। डिनर क्लब कार्ड पहले चार्ज कार्ड की तरह इस्तेमाल किया जाता था बाद में इसे आधुनिक क्रेडिट कार्ड के फीचर्स में परिवर्तित किया गया।

अब तक हमने Credit Card Kya Hota Hai के बारे में बेसिक जानकारी प्राप्त किये हैं।  अब हम क्रेडिट कार्ड की  रूपरेखा और फीचर्स के बारे में विस्तार से जाने

Credit Card Ki Jankari | Credit Card Kya Hota Hai in hindi:

लेख के इस अनुच्छेद में हम क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त करेंगे जिसमे क्रेडीट कार्ड कैसा होता है, क्या है इसके फीचर्स व रूपरेखा, तकनीकी आदि  प्रत्येक की  हम एक एक कर जानकारी प्राप्त करेंगे। इन अनुच्छेदों के अंत तक पढने के बाद आपको Credit Card Kya Hota Hai के बरे में तमाम संशय दूर हो जायेंगे।  तो आइये  शुरूआत करते है कि

क्रेडिट कार्ड कैसा होता है ( Credit Card Kaisa Hota Hai?)

क्रेडिट कार्ड एक आयताकार  प्लास्टिक अथवा मेटलिक कार्ड होता है जिसमे मैंग्नेटिक स्ट्रिप व इएमवी चिप लगी होती है और जिसमे भुगतान के सम्पादन के लिये निर्धारित जानाकारी प्रिंट अथवा एम्बॉस किये  हुए रहते हैं। क्रेडिट कार्ड दिखने में अलग अलग ब्रांड व प्रकार के अनुसार अलग अलग हो सकता है परंतु इसका तकनीक, फीचर्स व आकार सभी कार्ड में सामान्य रूप से एक जैसा होता है। यद्यपि आजकल वर्च्युअल क्रेडिट कार्ड भी जारी किया जाता है।

अब हम क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जिसमे कार्ड की रूपरेखा, फीचर्स व  भुगतान के लिये आवश्यक जानकारी जो क्रेडिट कार्ड में रहता है के बारे में जानते हैं:

Credit Card Ke Bare Mein Jankari (क्रेडिट कार्ड के बारे मे जानकारि):

सभी क्रेडिट कार्ड अंतर्राष्ट्रीय मानक  ISO//IEC 7810 के अंतर्गत  जारी किया जाता है जिसका एक नियत आकार व मानक फीचर्स होते हैं। क्रेडिट कार्ड की  रूपरेखा ब्रांड व कार्ड के प्रकार के हिसाब से अलग अलग होता है परंतु बेसिक फीचर्स व भुगतान  तकनीक व उससे जुड़े महत्वपूर्ण सूचनाओ की जानकारी एक जैसा ही होता है। तो आइये जानते हैं :

क्रेडिट कार्ड का आकार ( Credit Card Ka Size) : 

क्रेडिट कार्ड की रूपरेखा: सभी क्रेडिट कार्ड अंतर्राष्ट्रीय मानक  ISO//IEC 7810 के अंतर्गत जारी किया जाता है जिसका एक नियत आकार होता है। यह 3.375 इंच ( 8.560 सेमी ) चौड़ी व 2.125 इंच (5.398 सेमी)  ऊंची और गोलाकार किया हुआ चारों कोने के आकार में होता है।

जारीकर्ता का लोगो (Issuer Logo)

कार्ड के सबसे उपरी हिस्से में जारीकर्ता बैंक/संस्था का ब्रांड लोगो (Logo) प्रिंट अथवा एम्बॉस किया हुआ रहता है । को ब्रांडेड कार्ड में दोनों जारीकर्ता का लोगो प्रिंट अथवा एम्बॉस किया हुआ रहता है।

ईएमवी चिप ( EMV Chip)  :

कार्ड के लेफ्ट हैंड हिस्से में एक  मेटलिक  चिप लगी होती है जिसे EMV चिप कहा जाता है । पुराने कार्ड में इसका प्रयोग नहीं किया जात था।  यह इएमवी चिप मेटलिक चिप में कार्ड धारक की पूरी जानकारी स्टोर कर रखती है । भुगतान के समय इस हिस्से को पॉस (POS) मशीन के स्लॉट मे डाला जाता है और मशीन में कार्ड रीडर इसे पढ पाता है और भुगतान सुरक्षित सम्पादित हो पाता है। इस चिप की खासियत है कि इसमे लगी सिक्युरिटी फीचर्स कार्ड के इस्तेमाल किये जाने पर हर बार एक यूनिक ट्रांजैक्शन कोड क्रियेट करता है।

कार्ड प्लेटफॉर्म प्रदाता का लोगो :

कार्ड जिस प्लेटफॉर्म पर जारी किया किया गया है जैसे वीजा कार्ड , मास्टरकार्ड, रूपे कार्ड आदि उसका सिक्युरिटी फीचर्स के साथ लोगो मेटलिक अथवा 3D में दर्ज रहता है। यह आगे के भाग या पीछे के हिस्से में होता है। यह अत्यंत सुरक्षित रूप से तैयार किया जाता जिसका कॉपी करना मुश्किल होता है और यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

Credit Card Ka Number (क्रेडिट कार्ड नंबर):

भारत में जारी अधिकांश वीजा और मास्टर क्रेडिट कार्ड तथा रूपे क्रेडिट कार्ड में क्रेडिट कार्ड का नंबर 16 आँकड़ों का होता है। डेबिट कार्ड में भी इसी तरह का नंबर पैटर्न होता ।अमेरिकन एक्सप्रेस क्रेडिट कार्ड में क्रेडिट कार्ड नंबर 15 अंकों का होता है। 16 अथवा 15 अंकों का क्रेडिट कार्ड नंबर एक निर्धारित फ्रेमवर्क में जारी किया जाता है और यह कार्ड के बारे विभिन्न जानकारी  को सूचित करती  है।

Credit Card Kya Hota Hai के बांकी अंशों के बारे में जानने से पहले क्रेडिट कार्ड का नंबर क्या सूचित करती है यह जानना जरूरी हो जाता है।

तो आइये इन नम्बर के अलग अलग अभिप्राय को जानते है:

 क्रेडिट कार्ड नंबर  का पहला अंक (1st  Digit) :

क्रेडिट कार्ड का पहला अंक (1st डिजिट) को MII(मेजर इंडस्ट्री आइडेंटीफायर) के रूप में जाना जाता है और यह दो चीजों के बारे में बताता है। यह सूचित करता है कि कार्ड किस नेटवर्क अथवा प्लेटफॉर्म पर जारी किया गया है और किस इंडस्ट्री से जुड़ा है।

भारत में जारी प्रमुख क्रेडिट कार्ड के पहला अंक (1st  Digit) व कार्ड नेटवर्क

क्रेडिट कार्ड का पहला अंक (फर्स्ट डिजिट)कार्ड नेटवर्क

 

  3

अमेरिकन एक्सप्रेस (बैंकिंग एंड फाइनांस)

 4

वीजा (बैंकिंग एंड फाइनांस)

5

मास्टरकार्ड (बैंकिंग एंड फाइनांस)

6

रूपे (बैंकिंग एंड फाइनांस)

क्रेडिट कार्ड नंबर का पहला 6 अंक:

क्रेडिट का पहला 6 अंक को सयुक्त रूप से IIN (इस्युअर आइडेंटीफिकेशन नंबर ) कहा जाता है। पहले इसे BIN (बैंक आइडेंटीफिकेशन नंबर ) कहा जाता था। यह सूचित करता है कि  कार्ड किस नेटवर्क पर जारी किया गया है, किस  इंडस्ट्री  से जुड़ा है, किस बैंक ने जारी किया है और कार्ड का प्रकार क्या है?

क्रेडिट कार्ड नंबर का 7वें से 15वें अंक :

क्रेडिट कार्ड नंबर का 7वें से 15वें अंक तक का नम्बर कार्ड धारक के यूनिक प्राइमरी बैंक अकाउंट नंबर से जुड़ा  होता है ।

क्रेडिट कार्ड नंबर का 16वें अंक

क्रेडिट कार्ड नंबर का आखिरी अंक चेक सम डिजिट होता है जो कार्ड की वैलिडिटी को सुंश्चित करता है।

क्रेडिट कार्ड के नंबर की क्या भूमिका (Role) है?

क्रेडिट कार्ड का नंबर भुगतान प्रक्रिया में महत्वपूर्ण  भूमिका निभाती है जो इस तरह है:

  • भुगतान के समय कार्ड जारीकर्ता के नेटवर्क को ट्रेस कर पाता है।
  • कार्ड धारक के बैंक अकाउंट की जानकारी प्राप्त कर पाता है।
  • कार्ड के धोखाधड़ी को नियंत्रित करता है।

अब हम Credit Card Kya Hota Hai के शेष अंश की जानकारी प्राप्त करते हैं:

Credit Card Expiry Date (Credit Card वैलिड थ्रू डेट)

सामन्यतः क्रेडिट कार्ड में कार्ड नंबर के ठिक नीचे कार्ड की वैलिडिटी डेट / एक्सपायरी डेट एम्बॉस किया रहता है। यह MM/YY (मास मास / साल साल ) के फॉर्म में रहता है। यह वह अवधि होता है जब तक कार्ड से लेनदेन किया जा सकता है। कार्ड में दर्ज महिने के आखिरी तारीख तक कार्ड से लेनदेन किया जा सकता है। इस अवधि के समाप्त होने के बाद कार्ड इनएक्टिव हो जाता है।

कार्ड की वैलिडिटी समाप्त होने का मतलब यह कतई नहीं होता है कि आपका क्रेडिट कार्ड खाता बंद हो गया बल्कि फीजिकली इसकी वैधता समाप्त होती है। कार्ड की वैधता समाप्त होने से पूर्व ही कार्ड जारी कर्ता आपके रजिस्टर्ड पते पर नये वैलिडिटी के साथ कार्ड भेज देता है।  कार्ड के भुगतान में यह एक अतिरिक्त सिक्युरिटी फीचर्स के रूप में काम करता है।

क्रेडिट कार्ड में Credit Card  Expiry Date (Credit Card  वैलिड थ्रू  डेट) क्यों रहता है?

क्रेडिट कार्ड में Expiry Date या  वैलिड थ्रू  डेट के साथ जारी होने के निम्नलिखित कारण हैं:

  • कार्ड के रेगुलर प्रयोग के कारण कार्ड मे प्रयुक्त मैटेरियल  पुराने अथवा क्षतिग्रस्त हो जाता है। कार्ड धारकों को होने वाली असुविधा से बचाने के लिये ओटोमेटिक रूट से कार्ड का रिप्लेसमेंट हो जाय, कार्ड जारीकर्ता क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड में Expiry Date या  वैलिड थ्रू  डेट डालते हैं।
  • समय के साथ टेक्नॉलोजी में अपग्रेडेशन होता रहता है। अतः निश्चित समयांतराल पर नये टेक्नोलॉजी फीचर्स व सुरक्षा फीचर्स के साथ कार्ड जारी करने के उद्देश्य से।
  • कार्ड जारीकर्ता मार्केटिंग स्ट्रेटजी के तह्त ताकि नये कार्ड जारी करते समय कार्ड धारको से बेह्तर व्यवसाय अवसर का लाभ उठा सकें

कार्डधारक का नाम (Cardholder’s नेम)

सामन्यतः एक्सपायरी डेट के नीचे कार्ड धारक का नाम एम्बॉस किया हुआ रहता है।  किसी किसी कार्ड में यह कार्ड के पीछे होता है। कार्ड धारक का नाम ऑनलाइन व ऑफलाइन लेनदेन में सिक्यूरिटी फीचर्स के लिये जरूरी माना जाता है। इससे मर्चेंट कार्ड के अधिकृत होल्डर का सत्यापन कर पाता है। साथ में लेनदेन विवाद में यह ट्रांजैक्शन को ट्रेस कर पाने में मदद करता है।

CVV (सीवीवी):

सीवीवी 3 अंकों का सुरक्षा कोड होता है जो भुगतान औथेंटिकेशन  व फ्रॉड से सुरक्षा के लिये कार्ड में जारी किया जाता है। यह कार्ड के पिछले हिस्से में रहता है। सीवीवी के बारे में विस्तार से जानने के लिये (सीवीवी क्या है) को पढ़ें

मैग्नेटिक स्ट्रिप :

कार्ड के पीछे एक काले स्ट्रिप होती है जो मैंग्नेटिक स्ट्रिप होती है। कार्ड धारक से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी एनक्रीप्ट कर इसमें स्टोर किया जाता है जिसे मैंग्नेटिक रीडर ही पढ सकता है। यह कार्ड के लेनदेन के सम्पादन व सिक्युरिटी फीचर्स के लिये लगा रहता है।

हस्ताक्षर पट्‌टी (सिग्नेचर पैनल) :

सीवीवी से सटा हुआ एक पट्टी होत है जो कार्ड धारक के सिग्नेचर के लिये प्रयुक्त होता है। यह कार्ड धारक के सत्यापन के लिये प्रयोग किये जाते हैं।

आशा करता हूँ कि ऊपर के अनुच्छेदों में दी गयी क्रेडिट कार्ड की जानकारी से  क्रेडिट कार्ड क्या होता है के बारे आपके सभी जिज्ञासा का हल प्राप्त हुआ होगा। अब हम यहाँ आपको क्रेडिट कार्ड से जुड़ी अलग अलग जानकारि के लिये कुछ लिंक शेयर कर रहा हूँ ताकि आप अपने जरूरत के हिसाब से इन जानकारी प्राप्त कर सकें ।

यहाँ पर सभी के बारे में व्याख्या करने पर लेख अतिशय लम्बा हो जाता था और आपको पूरी जानकारी भी नहीं मिल पाती थी। अतः क्रेडिट कार्ड से जुडी विशेष लेख के  लिये जुड़े:

( Credit Card Kya Hota Hai) से सम्बद्ध लेख

पहला क्रेडिट कार्ड, (1ST TIME CREDIT CARD) कैसे बनवाये?

क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए

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CREDIT CARD KA BALANCE KAISE CHECK KAREN

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CIBIL SCORE KITNA HONA CHAHIYE | क्रेडिट कार्ड के लिये सिबिल स्कोर कितना होना चाहिये

निष्कर्ष :

Credit Card Kya Hota Hai | (क्रेडिट कार्ड क्या है?) विस्तार से जाने’ के इस लेख में आपने क्रेडिट कार्ड के बारे में लगभग सभी  महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त किये। आशा करता हूँ कि यह लेख अपने विषय वस्तु की  सम्पूर्ण व्याख्या करने व Credit Card Kya Hota Hai के बारे में तमाम प्रश्नों को हल करने में सफल रहा होगा।

Thanks Card
Dhanyavad

FAQs

Q EMV(इएमवी) का फुल फॉर्म क्या होता है?

EMV(इएमवी) का फुल फॉर्म Europay, Mastercard and Visa होता है।

Q भारत में सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड कौन सा जारी किया गया है?

भारत में जारी होने वाली अधिकांश क्रेडिट कार्ड वीजा, मास्टरकार्ड व हाल में शूरू किये गये रूपे प्लेटफॉर्म पर जारी किये जाते है जिसमे वीजा कार्ड का सबसे ज्यादा जारी किया गया है।

Q 4 से शूरू क्रेडिट कार्ड कौन सा होता है?

बैंक अथवा वित्तीय संस्था द्वारा 4 से शुरू होने वाले क्रेडिट कार्ड वीजा (VISA) नेटवर्क पर जारी क्रेडिट कार्ड होता है।

Q रूपे क्रेडिट कार्ड का पहला अंक कौन सा होता है?

रूपे क्रेडिट कार्ड (RuPay Credit Card) का पहला नम्बर 6 से शुरू होता है।

Q मास्टरकार्ड क्रेडिट कार्ड किस अंक से शुरू होता है?

मास्टरकार्ड क्रेडिट कार्ड का पहला अंक 5 से शुरू होता है।

Q अमेरिकन एक्सप्रेस क्रेडिट कार्ड किस अंक से शुरू होता है?

अमेरिकन एक्सप्रेस क्रेडिट कार्ड का पहला अंक 3 से शुरू होता है।

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