CIBIL Score Kya Hota Hai, साथ में जाने, क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

CIBIL Score Kya Hota Hai और Credit Score Kya Hota Hai यह प्रश्न उन व्यक्तियों के लिये ज्यादा प्रासंगिक है जिन्होंने पहली बार लोन के लिये एप्लाय किया हो या पहला क्रेडिट कार्ड ( पहला क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाये?) बनवाने को सोच रहें हों । यद्यपि इसकी व्यापक जानकारी प्राप्त करना सभी के लिये लाभदायक है  क्योंकि क्रेडिट स्कोर क्या है, सिबिल स्कोर क्या है की जानकारी हमें वित्तीय अनुशासन के लिये प्रेरित करता है। इस लेख में मैंने Credit Score और  CIBIL Score Kya Hota Hai, सिबिल स्कोर का मतलब, सिबिल रिपोर्ट की जानकारी आदि को  विस्तार से बताने का प्रयास किया है ताकि आप अपने क्रेडिट स्कोर के बारे में सजग रहें। तो आईये जानते हैं कि

CIBIL Score Kya Hota Hai, साथ में जाने, क्रेडिट स्कोर क्या होता है
CIBIL Score Kya Hota Hai, साथ में जाने, क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

सिबिल स्कोर  का नाम तो आपने बहुत बार  सुना होगा परंतु इसकी बारीकी को आपने कभी ध्यान नहीं दिया होगा क्योंकि किसी चीज को गहराई में समझने की कोशिश हम तभी करते है जब हमें उसकी जरूरत होती है। लेकिन CIBIL Score Kya Hota Hai के बारे में इसलिये जानना चाहिये कि एक तो हमें यह वित्तीय सजगता व अनुशासन को विकसित करने में मदद करता है। साथ में  एक अच्छा सिबिल स्कोर लम्बे समय में तैयार होता है और बहुत जल्दी बिगड जाता है। तो आइये CIBIL Score Kya Hai और उससे जुड़ी सम्बंधित जानकारी को नीचे के अनुच्छेदों में जानते हैं। लेख के प्रारम्भ में जानते हैं कि

Table of Contents

CIBIL Kya Hai?

CIBIL भारत की प्रतिष्ठित पहली क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है जिसकी स्थापना सन्‌ 2000 में ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL) के नाम से हुई थीं। संक्षेप में इसे CIBIL के नाम से जना जाता है। यह भारत में बैंक एवम वित्तीय संस्थाओ से आवधिक रूप से ग्राहकों के क्रेडिट की जानकारी प्राप्त कर उसका डाटा मेंटेन करता है और इन रिकॉर्ड के आधार पर मानक मापदंडो के आधार पर क्रेडिट स्कोर निर्धारण व क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करने का काम करता है। यह क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनीज रेगुलेशन एक्ट – 2005 के तहत भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के द्वारा विनियमित होता है।

CIBIL Ka Full Form क्या होता है?        

CIBIL का फुल फॉर्म (Full Form) Credit Information Bureau (India) Limited होता है जो भारत की शीर्ष क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कम्पनी है।

सिबिल स्कोर का मतलब क्या होता है? ( CIBIL Score Ka Matlab )

सिबिल स्कोर (CIBIL Score) का मतलब आपके क्रेडिट हिस्ट्री के आधार ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL) द्वारा विभिन्न मापदंडों पर तय किया  गया आपका क्रेडिट स्कोर होता है जो आपके लोन चुकाने की क्षमता को बताता है।

क्रेडिट हिस्ट्री क्या होता है? ( What is CIBIL Credit History in Hindi)

क्रेडिट हिस्ट्री आपके द्वारा प्राप्त अग्रिम व लोन का भूतकाल का विवरण होता है जो क्रेडिट रेटिंग एजेंसी विभिन्न बैंकों व वित्तीय संस्थाओं से प्राप्त आवधिक रिपोर्ट डाटा के आधार पर तैयार करता है। इसमे लोन की रकम, क्रेडिट यूटीलाइजेशन,  बकाया, अकाउंट का स्टेटस, , भुगतान का मासिक रिकॉर्ड, आदि विवरण होता है जो क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Credit Score Kya Hota Hai (क्रेडिट स्कोर क्या है?)

प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी विभिन्न बैंकों व वित्तीय संस्थाओं से नियमित आवधिक क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त करती है।  इन प्राप्त आवधिक रिपोर्ट के आधार पर क्रेडिट रेटिंग एजेंसी अपने निर्धारित मानकों के आधार पर ग्राहकों के लिये क्रेडिट स्कोर को निर्धारित करती है जो किसी ग्राहक के भुगतान क्षमता का सूचक होता है और बैंक व वित्तीय संस्थाऐं लोन देते समय सम्भावी भुगतान जोखिम के आकलन के लिये इसका उपयोग करते हैं । यह स्कोर क्रेडिट स्कोर कहलाता है।

क्रेडिट स्कोर अलग अलग एजेंसी द्वारा अलग अलग स्केल के आधार पर निर्धारित किया जाता है। परंतु सभी एजेसी क्रेडिट स्कोर निर्धारण के लिये क्रेडिट हिस्ट्री को आधार मानती है।

भारत में कितनी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है?  

भारत में 4 प्रमुख रेटिंग एजेंसी कार्यरत है जो निम्न है :

  • ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL)

यह भारत की  सबसे पुरानी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है। भारत के लगभग 1000 निजी व सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक व गैर बैंकिंग वित्तीय संस्था व सदस्य इससे जुड़े हुये हैं।

  • एक्स्पीरियन ( Experian) :

एक्स्पीरियन क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कम्पनी ऑफ इंडिया जिसे संक्षेप में एक्स्पीरियन के नाम से जाना जाता है की स्थापना 2010 में हुई।

  • एक्वीफैक्स ( Equifax) :

यह मूल रूप से अमेरिका की कम्पनी है जिसे 2010 में भारत में क्रेडिट रेटिंग से जुड़े कामकाज के लिये भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा लाइसेंस प्रदान की गयी। यह वैयक्तिक व संगठनात्मक दोनों के लिये क्रेडिट रेटिंग तैयार करती हैं।

  • हाईमार्क (Highmark)

मुम्बई मुख्यालय स्थित हाईमार्क क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूल रूप से कम्पनी व संगठन के लिये रिस्क प्रोफाइल व क्रेडिट रिपोर्ट  तैयार करने का काम करती है।

विभिन्न रेटिंग एजेंसी के स्कोर की सीमा (Range) व अच्छे क्रेडिट स्कोर के मानक क्या है?

भारत में कार्य करने वाली वैयक्तिक क्रेडिट रिपोर्ट  जारी करने वाली तीन प्रमुख रेटिंग एजेंसी के क्रेडिट स्कोर रेंज व अच्छे क्रेडिट स्कोर मानक निम्न्लिखित हैं:

रेटिंग एजेंसीक्रेडिट स्कोर रेंजअच्छे क्रेडिट स्कोर के मानक
ट्रांसयूनियन सिबिल300-900750+
एक्स्पीरियन300-850700+
एक्वीफैक्स300-850700+

 

क्रेडिट स्कोर क्या है की जानकारी प्राप्त करने के बाद हमारे लिये CIBIL Score Kya Hota Hai (सिबिल स्कोर क्या है?), के बारे में जानना जरूरी हो जाता है क्योंकि लोन लेते समय बैंक व वित्तीय संस्थाऐं सिबिल स्कोर व सिबिल रिपोर्ट को जोखिम आकलन के लिये वरीयता देते हैं और इसकी मांग की जाती है। तो आईये जानते हैं कि CIBIL Score Kya Hota Hai in Hindi,

CIBIL Score Kya Hota Hai (सिबिल स्कोर क्या है इन हिंदी)

किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर (CIBIL Scoreभारत की प्रतिष्ठित व शीर्ष रेटिंग एजेंसी ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL) द्वारा मानक मानदंडों पर  क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर तय किया गया  तीन अंकीय (कुछ अपवाद को छोडकर) सांख्यकीय आँकड़ा होता है जो किसी व्यक्ति के क्रेडिट  भुगतान क्षमता को निर्धारित करने व भावी  क्रेडिट से जुडे़ सम्भावित रिस्क का आकलन करने के लिये  के लिये बैंक एवम वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्र्युक्त होता है।

यह सामान्यतः  300 से 900 के बीच होता है। बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले व्यक्ति के लिये सिबिल स्कोर  -1 के द्वारा सूचित किया जाता है। सिबिल स्कोर जितना ज्यादा होता है आपकी भुगतान क्षमता व वित्तीय विश्वशनीयता उतना ज्यादा बेहतर माना जाता है और  आपका  लोन/ क्रेडिट / अग्रिम उतनी आसानी से स्वीकृत होने की सम्भावना होती है।

क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर में फर्क (Credit Score Aur CIBIL Score Me Kya Antar Hai?)

क्रेडिट स्कोर व सिबिल स्कोर में बहुत ज्यादा कुछ फर्क नहीं होता है। दोनो का अभिप्राय एक जैसा है। क्रेडिट स्कोर आपके लोन भुगतान क्षमता को बताता है। वहीं क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL)  द्वारा  जारी क्रेडिट  रिपोर्ट,  सिबिल रिपोर्ट  व रिपोर्ट में सूचित किया गया स्कोर सिबिल स्कोर  होता  है।

CIBIL Score Kya Hai और क्रेडिट स्कोर व सिबिल स्कोर में अंतर को जानने के बाद संक्षेप में सिबिल रिपोर्ट के बारे में जानकारी दे देता हूँ ताकि इससे जुड़ी किसी भी तरह का संशय न बना रहे।

सिबिल रिपोर्ट क्या होता है?( CIBIL Report Kya Hota Hai)

भारत के प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी के रूप में Credit Information Bureau (India) Limited (CIBIL) बैंक एवम वित्तीय संस्थाओ के ग्राहकों की  क्रेडिट जानकारी प्राप्त करता और  इन रिकॉर्ड के आधार पर किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट विवरणी तैयार करती है, जो सिबिल रिपोर्ट कहलाता है।

सिबिल रिपोर्ट में ग्राहकों के पिछले क्रेडिट हिस्ट्री, भुगतान का ब्यौरा, पेमेंट डिफॉल्ट, क्रेडिट सैटलमेंट,  क्रेडिट युटीलाइजेशन रेश्यो, अनसिक्योर्ड लोन का हिस्सा आदि जैसे मानक मापदंडों के आधार पर निर्धारित क्रेडिट स्कोर व क्रेडिट हिस्ट्री  होता है  जिसे आवेदक की  लोन भुगतान क्षमता के सूचक के रूप में उपयोग में लिया जाता  है और भावी ऋण  जोखिम के आकलन के वित्तिय संस्थाओं द्वारा प्रयुक्त होता है।

सिबिल  रिपोर्ट की जानकारी:

सिबिल रिपोर्ट ग्राहक के क्रेडिट इतिहास का विवरणी व सम्भावी भुगतान क्षमता का सूचक होता है जिसमे व्यापक रूप से  निम्नलिखित जानकारियाँ होती है:

  • रिपोर्ट के आरम्भ में आवेदक का पर्सनल डिटेल्स जैसे नाम पैन आइडी डिटेल्स आदि का विवरण  रहता है। साथ में प्राप्त क्रेडिट स्कोर की सूचना होती है।
  • आवेदक द्वारा पास्ट में लिये गये खातावार  लोन का विवरण  होता है जिसमें
    • खाता नंबर
    • लोन के प्रकार
    • बैंक / संस्था
    • लिमिट सैंक्शंड डिटेल्स
    • बकाया राशि (Outstandings)
    • पास्ट ड्यू
    • पीछले 36 महिने का मासिक भुगतान रिकॉर्ड ( अनियमितता दिवस के साथ)
    • अकाउंट का स्टैटस ( क्लोज्ड/ सेट्ल्ड/रिटेन ऑफ/ एक्टिव आदि) होता है
  • रिपोर्ट के आखिरी में क्रेडिट समरी जिसमे कुल लिमिट, कुल बकाया, अनियमित रकम आदि दर्ज रहता है।
  • साथ में आवेदक द्वारा हाल में लोन के लिये किये गये एनक्वायरी डिटेल्स शामिल रहता है।

सिबिल स्कोर कब अपडेट होता है? (CIBIL Score Kab Update Hota Hai)

निजी व सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक व गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओ द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर हर तीन महिने में ट्रांसयूनियन सिबिल अपने सिस्टम में सिबिल स्कोर अपडेट करता है।

Mera CIBIL Score Kya Hai (मेरा सिबिल स्कोर क्या है?)

क्रेडिट स्कोर के निर्धारण में पिछले लोन के भुगतान के लिये  30% का अंक , सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन के हिस्से के लिये 25% का अंक, क्रेडिट एक्स्पोजर के लिये 25% का अंक,  क्रेडिट युटीलाइजेशन व अन्य के लिये 20% का अंक निर्धारित किया गया है। इन्ही मानकों की आधार पर सिबिल स्कोर निर्धारित किया जाता है।

कुल आवंटित 900 अंकों में आपके पिछले क्रेडिट हिस्ट्री से इन मानकों के आधार पर अर्जित अंक आपका क्रेडिट स्कोर के रूप में सूचित किया जाता है जिसे आप ट्रांसयूनियन के वेबसाइट में लोगिन कर जांच सकतें हैं।

Experian Credit Score Kya Hota Hai (एक्स्पीरियन क्रेडिट स्कोर क्या होता है?)

एक्स्पीरियन क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कम्पनी ऑफ इंडिया जिसे संक्षेप में एक्स्पीरियन के नाम से जाना जाता है,  द्वारा विभिन्न रेटिंग मापदंडों केआधार पर जारी  स्कोर  एक्स्पीरियन क्रेडिट स्कोर  कहलाता है। इसका अधिकतम स्कोर सीमा 850 है। क्रेडिट रेपोर्ट में क्रेडिट स्कोर  300 से 850 के बीच होता है।  700 के ऊपर का एक्स्पीरियन क्रेडिट स्कोर को अच्छा  क्रेडिट स्कोर को अच्छा माना जाता है।

Equifax Credit Score Kya Hota Hai ( एक्वीफैक्स क्रेडिट स्कोर क्या होता है?)

भारत में काम कर रही अमेरिकी  क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्वीफैक्स ( Equifax) द्वारा जारी क्रेडिट स्कोर एक्वीफैक्स क्रेडिट स्कोर होता है। इसका स्कोर रेंज 300 से 850 के बीच होता है और 700 के ऊपर का एक्वीफैक्स क्रेडिट स्कोर को अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है।

क्रेडिट स्कोर से क्या फायदा है? (Benefits Of Credit Report/Credit Score)

क्रेडिट स्कोर व क्रेडित रिपोर्ट से आम जनता व वित्तीय प्रणाली दोनों को फायदा होता है। क्रेडिट स्कोर ( क्रेडिट रिपोर्ट)  के  कुछ प्रमुख फायदे निम्न्लिखित हैं:

  • वित्तीय संस्थाओ व आम लोगों में वित्तीय जागरूकता लाती है।
  • वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता व नियमितता लाने में मदद करती है।
  • अनुशासित तरीके से वित्तीय प्रबंधन करने वाले आम नागरिकों के लिये लोन/ अग्रिम लेने में मदद करता है।
  • वित्तीय संस्थाओ के लिये जोखिम प्रबंधन के टूल के रूप मे काम करता है।
  • मल्टीपल फाइनांसिंग को रोकने में मदद करता है।

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निष्कर्ष :

CIBIL Score Kya Hota Hai, साथ में जाने, क्रेडिट स्कोर क्या होता है? के इस लेख में आपको क्रेडिट स्कोर व सिबिल स्कोर से जुड़ी जानकारी मिली। साथ में क्रेडिट स्कोर व सिबिल स्कोर में फर्क व इससे मिलने वाले फायदे को जानने को मिला। आशा करता हूँ कि यह लेख आपको अपने सिबिल रिपोर्ट को समझने व सिबिल स्कोर का विश्लेषण करने में सहायक होगा।

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FAQs

Q CIR का फुल फॉर्म क्या होता है?

CIR का फुल फॉर्म (Full Form) क्रेडिट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट (Credit Information Report) होता है।

Q भारत का पहला क्रेडिट रेटिंग एजेंसी कौन सा है?

CIBIL भारत का पहला क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है जिसकी स्थापना सन्‌ 2000 में ट्रांसयूनियन सिबिल (Trans Union CIBIL) के नाम से हुई थीं। संक्षेप में लोग इसे सिबिल के नाम से जानते हैं।

Q मेरा सिबिल स्कोर -1 क्यों है?

सिबिल स्कोर में -1 स्कोर इस बात का सूचक होता है कि आपने भूतकाल में कोई लोन व अग्रिम नहीं लिया है और आपका कोई क्रेडिट हिस्ट्री नही है। जीरो क्रेडिट इतिहास वाले आवेदक का सिबिल स्कोर -1 होता है।

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