Cibil Score Kaise Badhaye, ( 7+ आसान तरीके ), CIBIL Score कैसे ठिक करे?

Cibil Score Kaise Badhaye :  वित्तीय रूप से जागरूक हर व्यक्ति की दिली इच्छा होती है कि मेरा सिबिल स्कोर अच्छा हो और इसके लिये वह व्यक्ति Apna Cibil Score Kaise Badhaye, बेहतर ढंग से Cibil Score Kaise Sudhare की जानकारी प्राप्त करना चाहता है और इन उपायों की जानकारी प्राप्त कर सिबिल स्कोर ठिक करने के लिये प्रयत्नशील हो जाते हैं। साथ में जाने अनजाने किसी कारणवश अगर Cibil Score खराब होता है तो विभिन्न माध्यमों से Kharab Cibil Score Kaise Badhaye  , Cibil Score Kaise Sahi Kare के बारे में जानने के  लिये आतुर हो जाते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि एक खराब सिबिल स्कोर किस तरह वित्तीय प्लानिंग को प्रभावित करता है।

Cibil Score Kaise Badhaye, ( 7+ आसान तरीके ), CIBIL Score कैसे ठिक करे? के इस लेख में मैंने Cibil Score Kaise Badhaye हिंदी में जानकारी देने का प्रयास किया है। साथ में सिबिल स्कोर खराब होने के कारणों की व्याख्या के साथ Cibil Score Kaise Thik Kareखराब सिबिल स्कोर कैसे  सही करे के समाधान के रूप में आसान तरीके से सिबिल स्कोर ठिक करने  के उपायों की जानकारी शेयर कर रहा हूँ ताकि आप रूटीन लेनदेन में इन सावधानियो को अपनाकर एक अच्छा सिबिल स्कोर बना सके।

Cibil Score Kaise Badhaye, ( 7+ आसान तरीके ), CIBIL Score कैसे ठिक करे?
Cibil Score Kaise Badhaye, ( 7+ आसान तरीके ), CIBIL Score कैसे ठिक करे?

Table of Contents

Cibil Score Kaise Badhaye (आसान तरीके से सिबिल स्कोर कैसे सुधारे)

वित्तीय प्लानिंग व टैक्स प्लानिंग के क्रम में अधिकांश लोग लोन और क्रेडिट कार्ड के लिये एप्लाय करते हैं। आप भी उनमें से  हो सकते हैं जो शायद लोन अथवा क्रेडिट कार्ड  लिये होंगे या भविष्य में इसके लिये प्लान कर रहे होंगे।

जब कभी हम लोन अथवा क्रेडिट कार्ड के लिये एप्लाय करते हैं तो क्रेडिट स्कोर ( सिबिल स्कोर) (CIBIL SCORE (क्रेडिट स्कोर) क्या होता है?)  प्राम्भिक पात्रता होती है और एक अच्छा क्रेडिट स्कोर वांछनीय होता है। वित्तीया संस्था सबसे पहले क्रेडिट स्कोर को चेक करता है क्योंकि यह आपके भुगतान क्षमता व आपके क्रेडिट इतिहास का आइना होता है और वित्तीय संस्थाऐं ऋण जोखिम के निर्धारण में इसको आधार मानती है। एक खराब क्रेडिट स्कोर आपके लोन को रिजेक्ट कर सकता है या आपके लिये महंगा हो सकता है। अतः भावी नुकसान से बचने के लिये आपके लिये  Cibil Score Kaise Badhaye जानना जरूरी हो जाता है। तोआइये जानते हैं कि

Cibil Score Kaise Badhaye Hindi में ( सिबिल स्कोर कैसे सुधारे)

इन वित्तीय उपायों द्वारा आप सिबिल स्कोर को बढाये।

लोन के भुगतान के लिये अधिकतम टर्म को चुनकर सिबिल स्कोर सुधारे :

सिबिल स्कोर को सही करने के लिये यह आवश्यक है कि लोन भुगतान में डिफॉल्ट से बचें। अतः जब कभी भी लोन लेते हैं लम्बे समय का लोन लें ताकि आपका किश्त छोटा होगा।  इसका भुगतान आप कम समय में  आसानी से कर सकते हैं जिससे इएमआई  डिफॉल्ट होने के सम्भावना कम होगा। साथ ही आप अपने भुगतान रकम को टॉप अप कर सकते है। इससे आपके क्रेडिट युटीलाइजेशन को कम करने में मदद होगा। इस तरह की रणनीति अपनाकर सिबिल स्कोर बढाये।

लोन भुगतान में अनुशासन व समय पर जमा कर सिबिल स्कोर बढाऐं :

लोन के ईंएमआई का भुगतान समय पर करें । यदि कोई ओवरड्राफ्ट या कैश क्रेडिट अवेल किया है तो मासिक ब्याज व अन्य देय राशि का भुगतान सुनिश्चित करें। इसके लिये जरूरी वितीय आयोजन करें व भुगतान चूक से बचने के लिये रिमाइंडर एप या  फोन की मदद ले सकते हैं।

अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिये नियमित भुगतान को एक जरूरी टूल के रूप में इस्तेमाल कर सकते है। क्रेडिट स्कोर की गणना में किस्तों का समय से भुगतान महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।  यह आपके  क्रेडिट इतिहास  व क्रेडिट स्कोर सुधारने में मदद करता है। इसे आप एक अवसर के रूप में देखें।

क्रेडिट कार्ड के उपयोग द्वारा सिबिल स्कोर सुधारे :

क्रेडिट कार्ड का उपयोग करे और CUR को नीचे बनाये रखें । क्रेडिट  कार्ड का नियमित व अनुशासित उपयोग आपको क्रेडिट स्कोर को सुधारने में मदद करेगा।

सिबिल स्कोर कम होने के कारण कार्ड जारी जारी करने के लिये बैंक अथवा कार्ड जारीकर्ता कंपनियाँ मना कर सकता है। ऐसे में सिक्योर्ड कार्ड आपके  लिये बेहतर विकल्प हो सकता है जो फिक्स्ड डिपॉजिट के एवज मे बिना किसी क्रेडिट स्कोर व बिना आय वालो को भी जारी किया जाता है और फिक्स्ड डिपॉजिट के   80 से 90% तक की क्रेडिट लिमिट मिल जाता है। आप छोटी रकम के फिक्स्ड डिपॉजिट के एवज में कम लिमिट वाले क्रेडिट कार्ड का भी उपयोग में ले सकते हैं। आपको  केवल यह सुनिश्चित करना है कि आपका CUR को 25 से  30% के बीच बना रहे।

CUR को 30% के नीचे रखकर क्रेडिट स्कोर (सिबिल स्कोर) को बढाये :

आप अपने क्रेडिट युटीलाइजेशन रेश्यो (CUR) को 30% के नीचे रखने का हरसम्भव कोशिश करे।  यह आपके सिबिल स्कोर को सुधारने में मदद करता है। उच्च क्रेडिट युटीलाइजेशन रेश्यो  जहाँ क्रेडिट स्कोर को खराब करता है वहीं 30% के आसपास का CUR इस मद में आवंटित सिबिल स्कोर को महत्तम  रूप से बढाता है।

क्रेडिट युटीलाइजेशन रेश्यो को कम करने के उपाय के रूप में आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने ( CREDIT CARD KI LIMIT KAISE BADHAYE, | (7 EFFECTIVE तरीके) के लिये  आवेदन कर सकते हैं।

क्रेडिट कार्ड के बिलों का समय पर भुगतान कर सिबिल स्कोर को बढाये :

क्रेडिट कार्ड के  बिलों  व क्रेडिट कार्ड से लिया गया अन्य कोई लोन या अग्रिम  हो तो उसके किस्तों का भुगतान समय से करें। बिल व किश्तों में भुगतान डिफॉल्ट जहाँ सिबिल स्कोर को बुरी तरह प्रभावित करता है वहीं समय से किया गया भुगतान आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने मे सहायक होता है।

लोन पोर्टफोलिओ में सिक्योर्ड लोन को वरीयता दें :

अनसिक्योर्ड लोन का क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पडता है। वही नियमित  सिक्योर्ड लोन आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने में मदद करता है। लोन पोर्टफोलिओ में सिक्योर्ड लोन की मात्रा को बढाये व असुरक्षित लोन से बचें जैसे व्यक्तिगत ऋण, क्लीन ओवरड्राफ्ट आदि ।

पुराने खाते में असुरक्षित  लोन की मात्रा को कम करने की योजना तैयार करें और  व्यक्तिगत ऋण, क्लीन ओवरड्राफ्ट जैसी सुविधाओं को बंद करवाये। यदि आपकी वित्तीय स्थिति इस बंद करने अथवा कम करने के लिये अनुकूल नहीं है तो सुरक्षित लोन एप्रूव करवाये व इन लोन को कम करें। इसके साथ ही होम लोन, मॉर्टगेज लोन, फिक्स्ड डिपॉजिट के विरूद्ध लोन, आदि जैसे लोन लें। ऐसा करने से आपके सिक्योर्ड् व अनसिक्योर्ड लोन का अनुपात बढ़ जायेगा जो सिबिल  स्कोर को सुधारने में मदद करेगा।

डिफॉल्ट होने पर लोन या क्रेडिट कार्ड खाते का सेटलमेंट करने से बचें

भुगतान डिफॉल्ट होने पर खाते की ब्याज सहित कुल बकाया राशि जमा करवाये। लोन या क्रेडिट कार्ड खाते का सेटलमेंट करने से बचें। भुगतान विलम्ब की अपेक्षा  एक सेट्ल्ड अथवा रिटेन ऑफ स्टैटस सिबिल स्कोर को ज्यादा नीचे लाता है और यह सिबिल स्कोर में 75 से 100 अंकों की कमी करता है। अतः समय से भुगतान के  लिये योजनाबद्ध तरीके से वित्तीय आयोजन करें।

बार बार लोन की एंक्वायरी व  क्रेडिट रिपोर्ट निकलवाने से बचें :  

नये ऋण के लिये ज्यादा बार बार  पूछताछ न करें। ऐसा करने से ऋणदाता आपके क्रेडिट रिपोर्ट बार बार निकालेंगे जो नकारात्मक प्रभाव डालती है। यह बताती है कि आप वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं और आपका लोन बार बार रिजेक्ट हो रहा है। यह कार्यकलाप क्रेडिट स्कोर को नीचे लाती है। अतः नये ऋण के लिये ज्यादा पूछताछ व क्रेडिट रिपोर्ट निकलवाने से परहेज करें।

इन सरल उपायों को अपनाकर आप सिबिल स्कोर को आसानी से बढा सकते हैं।

बहुत से लोगों की सब कुछ ठीक ठाक चल रहा होता है कि अचानक उनका सिबिल स्कोर गिर जाता है उनका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। तो आएये इस सवाल का भी जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं  कि

Cibil Score Kaise kharab Hota Hai ?

सिबिल स्कोर खराब होने के बहुत से कारण हो सकते हैं  जैसे कि

  • लोन डिफॉल्ट का रिपोर्ट : लोन अथवा क्रेडिट कार्ड के किश्तों में भुगतान डिफॉल्ट व क्रेडिट का बिल समय से न भरना सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। क्रेडिट हिस्ट्री में लोन डिफॉल्ट का रिपोर्ट सिबिल स्कोर को खराब करता है।
  • सेटलमेंट स्टेटस का होना : क्रेडिट हिस्ट्री में सेटलमेंट स्टेटस का होना सिबिल स्कोर को बुरी तरह से प्रभावित करता है।  लोन अथवा क्रेडिट कार्ड मे भुगतान डिफॉल्ट होने पर ऋणकर्ता के साथ भुगतान के लिये लिये सेटलमेंट करने पड सिबिल स्कोर को 10 से 15 प्रतिशत तक कम करता है। अतः किसी खाते का सेटलमेंट सिबिल स्कोर पर  नकारात्मक प्रभाव डालता है।
  • उच्च क्रैडिट युटीलाइजेशन : सिबिल स्कोर की गणना में क्रेडिट युटीलाइजेशन रेश्यो का भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उच्च क्रेडिट यूटीलाइजेशन रेश्यो लोन व अग्रिम पर अत्यधिक निर्भरता को बताता है और क्रेडिट स्कोर को नीचे लाता है।
  • बार बार क्रेडिट रिपोर्ट निकलवाना : क्रेडिट रिपोर्ट बार बार निकलवाना सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। बार बार लोन की एंक्वायरी करना व क्रेडिट रिपोर्ट निकलवाना यह सूचित करता है आप वित्तीय समस्या से जूझ रहे हैं और आपका लोन बार बार रिजेक्ट हो जा रहा है। सिबिल स्कोर की गणाना में इसे नकारात्मक रूप से लिया जाता है और क्रेडिट स्कोर को कम करता है।
  • अनसिक्योर्ड लोन की अधिक मात्रा : कुल क्रेडिट पोर्टफोलियो में अनसिक्योर्ड लोन का अनुपात ज्यादा होना ज्यादा जोखिम के रूप में लिया जाता है और क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पडता है।
  • बैंको व वित्तिय संस्थाओं द्वारा त्रुटिपूर्ण डाटा रिपोर्ट : कभी कभी बैंक व वित्तीय संस्था त्रुटिपूर्ण डाटा क्रेडिट एजेंसी को रिपोर्ट करती है। क्रेडिट एजेंसी के पास इसके सत्यापन का कोई टूल नहीं होता है और वह प्राप्त डाटा के आधार पर ही क्रेडिट स्कोर को निर्धारित करता है। ऐसे में एक त्रुतिपूर्ण नकारात्मक डाटा भी सिबिल स्कोर खराब होने का कारण हो सकता है।
  • सयुक्त खाते की स्थिति में अन्य खातेदार का डिफॉल्ट करना : संयुक्त खाते में अथवा गारंटी की स्थिति में अन्य खातेदार के डिफॉल्ट करने पर भी आपक सिबिल स्कोर खराब होता है।

ऊपर  दिये गये किसी भी एक अथवा एक से अधिक कारण से आपका सिबिल स्कोर खराब होता है।

अब हम जानते हैं कि कम सिबिल स्कोर या खराब सिबिल स्कोर के क्या नुकसान (Nuksan) है?

कम सिबिल स्कोर के नुकसान (Kharab Cibil Score Ke Nukasan)

  • खराब सिबिल स्कोर होना हमारे वित्तीय अनुशासन पर संदेह उत्पन्न करता है।
  • यह हमारी वित्तीय साख को नुकसान पहुँचती है
  • खराब सिबिल स्कोर के कारण लोन / क्रेडिट कार्ड मिलने में कठिनाई आती है
  • लोन मिल भी जाती है तो उसके लिये हमें ज्यादा मूल्य अदा करने पडते हैं
  • खराब सिबिल स्कोर सही तरीके से वित्तीय प्लानिंग करने में बाधक होता है व आर्थिक परेशानी को बढ़ाती है।

खराब सिबिल स्कोर के नुकसान के बारे में जानने के बाद  अब हमारे लिये सवाल आता है कि

Kharab Cibil Score Kaise Badhaye / Kharab Cibil Score Kaise Thik Karen?

एक अच्छा सिबिल स्कोर जाने अनजाने किसी भी चूक के कारण खराब हो सकता है जो हमारे लिये एक परेशानी का कारण हो सकता है। जहाँ एक तरफ यह हमारी साख  को गिराती है वही उच्च ब्याज दर, लोन सेंक्शन /क्रेडिट कार्ड एप्रूवल में रूकावट आदि जैसी आर्थिक परेशानी व नुकसान को आमंत्रित करती है। अतः हमारे लिये यह जानना प्रासंगिक हो जाता कि खराब सिबिल स्कोर कैसे बढाये ( Cibil Score Kaise Sahi Kare)

तो आइये जानत हैं कि

Cibil Score Kaise Thik kare  (खराब सिबिल स्कोर कैसे सही करे)

इन उपायों को अमल में लाकर सिबिल स्कोर ठिक करे व खराब सिबिल स्कोर को बढाये:

अपनी देयता में अनसिक्योर्ड लोन के हिस्से को कम कर सिबिल स्कोर बनाये :

आप अपनी देयता का विश्लेषण करें व अनसिक्योर्ड लोन (जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन आदि) के हिस्से को कम करें। इसके लिये आपको  किसी सिक्योर्ड लोन प्राप्त कर भी कम करना पड़े तो ऐसा करे। उच्च अंनसिक्योर्ड लोन अनुपात सिबिल स्कोर को गिराता है। अपनी देयता में अनसिक्योर्ड लोन के हिस्से को कम कर सिबिल स्कोर ठिक करे।

भुगतान डिफॉल्ट को जल्द से सुधारकर CIBIL Score सही करे :

भुगतान में डिफॉल्ट हो जाने पर आगे भुगतान को शीघ्र सही करें ताकि समय के साथ  इसके कारण सिबिल स्कोर में गिरावट का क्षतिपूर्ण किया जा सके। इस तरह भुगतान में चूक को नियमित CIBIL Score सही करे।

सिबिल रिपोर्ट में यदि कोई ‘सेटल्ड’ खाता हो तो  खाते का स्टैटस ‘क्लोज्ड’ में बदलकर Cibil Score ठिक करे  :

यदि आपके सिबिल रिपोर्ट में कोई सेटल्ड खाता दिख रहा हो तो ऋण्दाता द्वारा छोड़ें गये बकाया राशि का ब्याज सहित भुगतान कर खाते को क्लोज्ड स्टैटस में बदलें। सिबिल रिपोर्ट में किसी खाते का सेटल्ड स्टैटस आपके बकाये की भुगतान करने की अक्षमता को बताता है और क्रेडिट हिस्टरी को बिगाड़ता है जिससे क्रेडिट स्कोर नीचे गिर जाता है। वही बंद की स्थिति में बदल जाने पर यह इंगित करता है आपने अपने बकाये का पूर्ण भुगतान  कर दिया है। इससे सिबिल स्कोर इम्प्रूव होता है। इस तरह  खाते की स्थिति को ‘सेटल्ड’ से ‘क्लोज्ड’  में बदलकर आप अपने सिबिल स्कोर ठीक  करे।

बार बार सिबिल रिपोर्ट चेक न करें

खराब सिबिल स्कोर ठिक करने के लिये अपने क्रेडिट स्कोर को बार बार चेक न करें| अलग अलग जगहो से लोन की एंक्वायरी करने के लिये अपने क्रेडिट रिपोर्ट की एक प्रति निकालकर उसकी कॉपी रेफेरेंस के लिये दें व लोन के प्रति  आश्वस्त होने पर ही अपने क्रेडिट रिपोर्ट निकलवाने की पेशकश करें।

क्रेडिट लिमिट का स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल कर Cibil Score ठिक करें :

अपने क्रेडिट लिमिट का उपयोग एक सीमा के भीतर करें। क्रेडिट कार्ड में भुगतान तिथी कों भुगतान के बाद बडी़ खरीददारी करें ताकि आपका क्रेडिट युटीलाइजेशन नीचे रहे।  आपको अपने क्रेडिट की कुल सीमा  का एक चौथाई से एक तिहाई तक ही उपयोग में लें।

डिफॉल्ट वाले खाते के सयुक्त खातेदार अथवा गारंटी से एक्जिट लेकर Cibil Score ठीक करें

यदि आपका जॉइंट अकाउंट है या किसी खाते में आपका गारंटी है तो उस खाते का मॉनिटरिंग करें। यदि अन्य खातेदार डिफॉल्ट करता है तो आपका भी सिबिल स्कोर गिरता है।  वैसे खाते को बंद करवाये या  उससे बाहर निकलने के लिये योजना तैयार करें। डिफॉल्ट वाले खाते के सयुक्त खातेदार अथवा गारंटी से एक्जिट कर  CIBIL Score ठिक करे।

क्रेडिट रिपोर्ट की गलती में सुधार कराकर सिबिल स्कोर ठीक करे :

वार्षिक अनतराल पर अपने क्रेडिट कार्ड के स्कोर की जांच करवाये व अपनी क्रेडिट हिस्ट्री की समीक्षा करें। रिपोर्टिंग संस्थाओं द्वारा त्रुटिपूर्ण डाटा सबमिशन अथवा सिस्टम एरर  के कारण कई बार CIBIL Report में एरर आ जाती है जिससे आपका सिबिल स्कोर कम हो जाता है। अदि आपके क्रेडिट स्कोर  में कोई गलती हो तो उसमें सुधार करवाकर Cibil Score  सही करें।

Apna Cibil Score Kaise Badhaye ( अपना सिबिल स्कोर कैसे सुधारे)

अपने सिबिल स्कोर को बढाने के लिये आपको समझदारी से लोन लेने व क्रेडिट कार्ड उपयोग की आदत विकसित करनी पडेगी। साथ में लोन की किश्त और  क्रेडिट कार्ड का बिल अनुशासित तरीके से बिना चूक भुगतान करने के लिये आपको योजना तैयार करने पड़ेंगे। लोन के मिक्स में सिक्योर्ड लोन को वरीयता दें व क्रेडिट उपयोग को कम रखें। ये फैक्टर सिबिल स्कोर को तेजी से बढ़ाता है। आप भी इन उपायों के द्वारा अपने सिबिल स्कोर को बढ़ा सकते हैं।

Credit Card Se Cibil Score Kaise Badhaye?

क्रेडिट कार्ड सिबिल स्कोर सुधारने का महत्वपूर्ण टूल हो सकता है यदि इसका अनुशासित तरीके से इस्तेमाल करें। इन उपायों द्वारा क्रेडिट कार्ड से सिबिल स्कोर बढा सकतें हैं :

  • मासिक औसत खर्च के तीन गुणा से ज्यादा के लिमिट सैंक्शन करवाये।
  • CUR को 30% से कम रखें
  • ओवरलिमिट से बचें
  • बिल का समय पर भुगतान करें
  • लोन / ईएमआई ऑप्शन के केस में किश्त भुगतान के लिये ऑटो पे को चुने ताकि पेमेंट डिफॉल्ट से बच सके।

Gold Loan Se Cibil Score Kaise Badhaye?

गोल्ड लोन से सिबिल स्कोर दो तरीके से बढ़ता है

  • चूकि गोल्ड लोन सिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है। अतः गोल्ड लोन लेने से आपके सिक्योर्ड लोन का अनुपात बढ़ता है। इस तरह सिबिल स्कोर के सिक्योर्ड / अनसिक्योर्ड वाले अंश के लिये आवंटित अंक को बढाने में मदद करता है
  • साथ में गोल्ड लोन लेने के बाद यदि आप किश्तों व ब्याज का भुगतान समय से करते हैं तो नियमित भुगतान के लिये आवंटित सिबिल स्कोर के अंश को बढाता है।

सम्बद्ध लेख

क्रेडिट कार्ड का सेटलमेंट कैसे करे

CREDIT CARD KA BILL NAHI BHARA TO KYA HOGA, | क्रेडिट कार्ड का पेमेंट नही किया तो क्या होगा?

निष्कर्ष :

Cibil Score Kaise Badhaye, ( 7+ आसान तरीके ), CIBIL Score कैसे ठिक करे? लेख में आपने सिबिल स्कोर को बढ़ाने व खराब सिबिल स्कोर के नुकसान, कारणों व  खराब सिबिल स्कोर को ठिक करने के तरीके के बारे में विस्तार से जाना। आशा करता हूँ कि यह लेख सिबिल स्कोर को सुधारने से जुडी जानकारी देने में सहायक होगा।

Thanks Card
Dhanyavad

FAQs:

Q बिना लोन लिये मैं सिबिल कैसे सुधार सकता हूँ?

बिना लोन लिये सिबिल स्कोर सुधारना सम्भव नहीं होता है क्योंकि आपका क्रेडिट हिस्ट्री शून्य होता है। अगर लोन या अग्रिम लेना पसंद नहीं करते है तो आप छोटे लिमिट के क्रेडिट कार्ड लेकर और उन लिमिट का चतुराई से उपयोग कर अपना बेहतर क्रेडिट हिस्ट्री तैयार करें। इस तर्ह से आप बिना लोन लिये सिबिल स्कोर में सुधार कर सकते है।

Q लोन भुगतान में 7 दिन देरी होने पर सिबिल स्कोर स्कोर खराब होने से कैसे रोके?

बैंक व वित्तिय संस्थाये 7 दिन के देरी को भुगतान डिफॉल्ट के रूप में नहीं बताता है बल्कि इसे ओवर्ड्यू रकम के रूप में सूचित करता है। यह सिबिल स्कोर को बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं करता है। भविष्य के अपने भुगतान में नियमित रहें।

Leave a comment