पहला क्रेडिट कार्ड, (1st Time Credit Card) कैसे बनवाये?

18 वर्ष को पूरा करते ही अधिकांश युवा युवती पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) कैसे बनवाये? से सम्बद्ध योजना बनाने लगते हैं क्योंकि क्रेडिट कार्ड को आज कल न केवल वित्तीय लेनदेन और फ्री व आसान क्रेडिट सुविधा के लिये उपयोग किया जाता है बल्कि इसे एक स्टैटस सिम्बल के रूप में भी देखा जाता । साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग के प्र्ति बढ़ते क्रेज भी उन्हे ऐसा करने के लिये प्रेरित करता है।

पहली बार क्रेडिट कार्ड लेना एक रोमांचक अनुभव होता है लेकिन पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) कैसे बनवाये? इसकी जानकारी शायद नहीं होती है। इस लेख में पहली बार क्रेडिट कार्ड लेने वाले ऐसे ही युवा- युवतियों के लिये पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card)  से जुड़े जानकारी शेयर कर  रहा  हूँ ताकि उनके पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) से जुडे उलझने दूर हो सकें।

पहला क्रेडिट कार्ड, (1st Time Credit Card) कैसे बनवाये?
पहला क्रेडिट कार्ड, (1st Time Credit Card) कैसे बनवाये?

जब हम क्रेडिट कार्ड के लिये एप्लाय करते है बैंक हमसे  आय, आस्ति देयता (Asset and Liability ),  खाते की विवरणी,  पैन कार्ड व अन्य केवायसी दस्तावेज आदि की मांग करता है। जारी कर्ता कम्पनी इन्ही दस्तावेजो के आधार पर तथा क्रेडिट इतिहास व क्रेडित स्कोर के आधार पर कार्ड जारी करने का निर्णय लेती है। बैंक केवल उन्ही लोगो को क्रेडिट  कार्ड देते हैं जिसका क्रेडिट स्कोर व क्रेडिट इतिहास अच्छा होता है। लेकिन यंगस्टर के लिये आय तथा  क्रेडिट स्कोर व हिस्ट्री काफी कम या नहीं होता है। ऐसे में पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) कैसे बनवाये? इसे हम जानते हैं:

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पहला क्रेडिट कार्ड (First Credit Card) कैसे बनवाये?

सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड  हो सकता है बेहतर विकल्प :

पहली बार क्रेडिट कार्ड का एप्लाय करने वाले अधिकांश यंगस्टर की क्रेडिट हिस्टरी व क्रेडिट स्कोर नहीं होती या कम होती है। अतः सामान्य फीचर्स वाले क्रेडिट कार्ड के लिये आवेदन प्रायः अस्वीकृत हो जाते है। ऐसे नो इनकम, नो क्रेडिट हिस्टरी वाले आवेदक के लिये बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट के एवज में सेक्योर्ड कार्ड का वेरियेंट होता है जिसमे आय व क्रेडिट स्कोर की पात्रता शर्तें नही होती है। इसमे फिक्स्ड डिपॉजिट के 80 से  90% तक कार्ड लिमिट जारी किया जाता है। यह कार्ड आसानी से एप्रूव हो जाता है। अतः नो इनकम, नो क्रेडिट हिस्टरी की स्थिति में आप सिक्योर्ड क्रेडिट  कार्ड के लिये एप्लाय करे।

अपने बैंक से ही क्रेडिट कार्ड के लिये करे एप्लाय :

पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) एप्लाय करते समय अधिकांश आवेदक की बैंक में लोन नहीं होता है या अल्प अवधि का होता है। जिससे ऐसे आवेदक का सीमित  क्रेडिट हिस्टरी व कम क्रेडिट स्कोर होता  है या नही होता है। अतः नये बैंक मॆं आपके आवेदन करने से  हो सकता है कि वह आपके आवेदन की स्वीकृति न दे क्योकि बैक क्रेडिट कार्ड जारी करते समय अन्य रेश्यो के साथ क्रेडिट इतिहास व स्कोर चेक करता है।

वही आपके वर्तमान बैंकर के पास आपके वित्तीय सम्बंध व जमा  खाते के लेनदेन को भी प्राथमिकता दी जाती है। वह आपके बैंकिंग रिलेशन के आधार पर कार्ड की स्वीकृति दे देता है। अतः पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) के लिये अपने बैंक से ही आवेदन करें।

गैर बैंकिंग कम्पनी के कार्ड के लिये आवेदन कर सकते हैँ :

गैर बैंकिंग कम्पनियों की पात्रता शर्ते अपेक्षाकृत आसान होती है। कार्ड को एप्रूव करने कि लिये लचीली प्रक्रिया अपनाती है। खासकर यंगस्टर को आकर्षित करने के लिये उनके पास कार्ड के ढेर सारे विकल्प मौजूद होता है। इन कम्पनियो में किये गये आवेदन को एप्रूव होने की सम्भावना अधिक होती है।

अतः पहला क्रेडिट कार्ड के लिये आप गैर बैंकिंग कम्पनी के कार्ड के लिये आवेदन कर सकते हैँ। यद्यपि इन गैर बैंकिंग कम्पनियो की कार्ड के चार्ज व फी भी ज्यादा होते हैं। परंतु आरम्भ में  इन कम्पनियो से कार्ड जारी करवाकर अनुशासित तरीके से उपयोग द्वाराआप अपना क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं ताकि भविष्य में आप अच्छे कार्ड कंपनियों के फीचर्ड कार्ड के लिये पात्रता हासिल कर सकें।

पहली बार क्रेडिट कार्ड ले रहें है तो किन बातो का ध्यान  रखे?

  • क्रेडिट कार्ड के नियम काफी जटिल होते हैं और आपका कार्ड इन्ही शर्तो के अधीन काम करता है। अतः जरूरी है कि नियम और शर्तों को अच्ची तरह समझे
  • ह्स्ताक्षर करने से पहले दस्तावेज के अच्छी तरह पढ़ें
  • कार्ड के चार्ज और फी  ( सभी क्रेडिट कार्ड चार्जेजको समझे ताकि लेनदेन पर अनाव्श्यक चार्ज के भुगतान से बच सकें।
  • कार्ड के ब्याज को समझे ताकि यह आप अपने लेनेदेन को नियंत्रित व संयमित कर सके
  • कार्ड के एडीशनल फीचर्स, की जानकरी प्राप्त करे जैसे कैशबैक. रिवार्ड, बीमा सुविधा । यह आपको कार्ड पर मिलने वाले लाभ को सम्वर्धित करने में मदद करता है
  • कार्ड में होने वाले धोखाधडी से बचने के लिये ( क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से बचने के 15+ तरीके) आवश्यक जानकारी प्राप्त करें व आवश्यक उपायों को प्रैक्टिस में लायें।
  • कार्ड से होने वाले सम्भावित  ( क्रेडिट कार्ड के नुकसान, Credit Card Ke Nuksan) को समझे

पहला क्रेडिट कार्ड कैसे चुने?

बेस्ट फीचर्स व प्रीमियम  क्रेडिट कार्ड  के पीछे न भागे:

पहली बार कार्ड के लिये एप्लाय कर रहे हैं तो बेस्ट फीचर्स व प्रीमियम  क्रेडिट कार्ड  के पीछे न भागे।  बेस्ट फीचर्स व प्रीमियम  क्रेडिट कार्ड के लिये एक अच्छा क्रेडिट स्कोर तथा लम्बा क्रेडिट इतिहास जरूरी होता है।  अतः पहला क्रेडिट कार्ड एप्लाय करने पर  वैसे कार्ड के एप्रूव होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है क्योंकि आपके पास सामान्यतः एक छोटा  अथवा शून्य क्रेडिट इतिहास होता है। साथ में इन वेरियेंट के  कार्ड के लिये चार्ज भी ज्यादा पे करने होते है।

बाजार में ऐसे बहुत से कार्ड उपलब्ध होते हैं है जिसकी शर्तें लचीली होती है। पहली बार क्रेडिट कार्ड के लिये एप्लाय कर रहे है तो वैसे ही कार्ड के लिये एप्लाय करे जिसकी  लचीली पात्रता शर्तें हो अथवा आप उस कार्ड की पात्रता रखते हो ताकि कार्ड जारी होने की सम्भावना ज्यादा हों।

अपनी जीवंशैली व जरूरतो के हिसाब  से कार्ड को चुने

सही क्रेडिट कार्ड का चयन ( क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए) बेहतर लाभ के निर्धारक होते हैं। पहला क्रेडिट कार्ड चुनते समय आप वैसे कार्ड को चुने जो आपके खर्च करने के तरीकों से मेल खाता हो। जैसे यदि आप ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीन हैं तो आप यह निर्धारित करे की आप कौन से साइट से ज्यादा खरीददारी कर रहे है, वहाँ पर किस कार्ड पर ज्यादा डिस्काउंट कैशबैक का बेनीफिट दिया जा रहा है। आप उस कार्ड के लिये एप्लाय करे। इसी तरह से आप अपने अन्य  खर्च के तरीकों का विश्लेषण कर अपने लिये उप्युक्त कार्ड का चयन कर सकते है जो आपको लम्बे समय तक  बेहतर लाभ अवसर प्रदान करता रहेगा।

 इंटरेस्ट का रखे ध्यान :

क्रेडिट कार्ड में अलग अलग ट्रांजैक्शन के लिये अलग अलग ब्याज चार्ज किये जाते हैं। इन लगने वाले ब्याज को अच्ची तरह से समझे व अपने खर्च पर पैनी नजर रखे ताकि आप इन अनाव्श्यक ब्याज के नुकसान से बच सकें। पहला क्रेडिट कार्ड को चुनते समय आपके खर्च के तरीके से लेनदेन पर सम्भावित ब्याज की अलग अलग कार्ड के लिये  तुलना करे ताकि आप किफायती ब्याज वाले कार्ड को चुन सकें।

आवेदन से पहले फी और चार्जेस को समझे व तुलना करें:

क्रेडिट कार्ड में बहुत तरह के चार्जेज लग सकते हैं जो आपके उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है। एक गैर अनुशासित व नासमझी से किया गया क्रेडिट कार्ड का उपयोग आपके लिये आर्थिक समस्या ला सक्ती है। पहला क्रेडिट कार्ड एप्लाय करते समय कार्ड के चार्ज व फीस का विश्लेशण करें। बाजार में बहुत सारे बिगिनर्स कार्ड,  आपको मिल जायेंगे जो फ्री अथवा किफायती  चार्ज व फीस को ऑफर करती है।  साथ ही इन चार्ज व फी का विश्लेषण भविष्य में  आपके कार्ड पर अनावश्यक भुगतान से भी आपको  बचाता है।

गैर जरूरत के फीचर्स वाले कार्ड को एव्याड करें

वैसे फीचर्स जिसका आप उपयोग नहीं करते या  कभी कभार उपयोग करते हैं वैसे फीचर्स के प्रति आकर्षित न हों। वैसे फीचर्स वाले कार्ड को एव्याड करें क्योंकि हर फीचर्स का मूल्य होता है जिसे कार्ड कम्पनी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर वसूली करती है। उदाहरण के लिये यदि आप हवाई यात्रा नही करते है तो ऐसे में फ्री लाउंज एक्सेस की सुविधा वाले कार्ड आपके लिये कोई महत्व नही रखता है। वही इन फीचर्स वाले कार्ड का वार्षिक व अन्य शुल्क ज्यादा होते हैं।

पहला क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे करें

अपने खर्च करने की सीमा को समझे:

शुरूआत मॆं आपकी आय स्रोत लिमिटेड होते है। अतः अपने खर्चों के लिये बजट बनाये। अपनी मासिक खर्च की सीमा को तय करें व इस पर अडिग रहें। ऑफर व डिस्काउंट के चक्कर में पड़कर आवेग में खरीददारी न करें व अपनी भावनाओं  पर नियंत्रण रखें। अन्यथा लोन ट्रैपिंग का खतरा बढ़ जाता है।

इंटरेस्ट को एव्याड करे –

अपने क्रेडिट कार्ड के ब्याज  को पूरी तरह से शून्य पर रखा जा सकता है और ( क्रेडिट कार्ड के फायदे)  को एन्जाय किया जा सकता है। इसके लिये बिल की पूरी राशि (न कि मिनिमम ड्यु एमाउंट) का  समय पर भुगतान करें। बिल भुगतान में चूक से बचने के लिये अपने खाते में ऑटो डेबिट के लिये रजिस्टर करें। ओवरलिमिट व कैश निकाशी को एव्याड करें। ईएमाई खरीद  को करें बाय बाय्।

अनावश्यक फी व चार्ज के लिये न करे लेनदेन :

क्रेडिट कार्ड के रेग्युलर फीचर्स (इंटरेस्ट फ्री लेनदेन व रिवार्ड, कैशबैक आदि) के अलावे बहुत सारे अतिरिक्त फीचर्स  भी उपलब्ध होते है। परंतु इन  फीचर्स की सुविधा प्राप्त करने के लिये सामान्यतः  मूल्य अदा  करने होते है। अतः वैसे लेनदेन से बचें। उदाहरण के लिये  क्रेडिट कार्ड से कैश निकासी के लिये कैश एडवांस फी व ब्याज देने पड़ते हैं। समझदारी से क्रेडिट कार्ड का उपयोग आपको बहुत सारे अनावश्यक फी व चार्जेज से बचा सकता है।

30 % से कम का क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो(CUR)  मेंटेन रखे :

अपने कार्ड  लिमिट के एक चौथाई से एक तिहाई की सीमा तक ही खर्च करने की प्रवृति विकसित करें ताकि  क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो(CUR)  30 % से नीचे बना रहे। यह आपको क्रेडिट स्कोर सुधारने में मदद करती है। वहीं  क्रेडिट लिमिट के उच्च उपयोगिता दर क्रेडिट  स्कोर को बुरी तरह प्रभावित करती है।

क्रेडिट  कार्ड में ओवरलिमिट से बचे :

प्रायः हर कार्ड में यह सुविधा होती है कि तय क्रेडिट लिमिट की सीमा के अतिरिक्त 10 से 20% की सीमा तक खरीद कर सकते है। परंतु इन ओवरलिमिट की सुविधा के लिये कार्ड जारीकर्ता  ओवरलिमिट फी व अतिरिक्त ब्याज के रूप में भारी भरकम रकम की वसूली करती है} इसके अलावे यह क्रेडिट इतिहास को धूमिल करने व क्रेडिट स्कोर को नीचे लाने में महत्व्पूर्ण भूमिका निभाती है जो कि एक यंग एडल्ट क्रेडिट कार्ड युजर  के वितीय भविष्य के दॄष्टिकोण से काफी हानिकारक होता है।

लेनदेन का नियमित रूप से करे जाँच :

पहला क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि नियमित रूप से प्रत्येक लेनदेन की जांच करें व आश्वस्त हों। यह आपको न केवल धोखाधडी से बचाने में सहायक होगा बल्कि कार्ड पर लगने वाले हिडेन चार्ज से भी अवगत करवा पायेगा। साथ में धोखाधड़ी की स्थिति में समय से आप  इसकी सूचना ( 3 दिन के अन्दर)  जारीकर्ता कंपनी को देकर धोखाधडी पर संरक्षण प्राप्त कर सकते है।

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क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान (तुलनात्मक तालिका)

निष्कर्ष :

पहला क्रेडिट कार्ड, (1st  Time Credit Card) कैसे बनवाये? लेख में दी गयी जानकारी 18 वर्ष प्राप्त करने वाले उन युवा- युवतियों के लिये जो पहली बार क्रेडिट कार्ड बनवाने को सोच रहें हैं,  एक दिशानिर्देश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। वह पहला क्रेडिट कार्ड के चयन, जारी करवाने, बरती जाने वाले सावधानियों, उपयोग के तरीके की जानकारी से अपने कार्ड को स्मार्ट तरीके से युज करने में समर्थ हो सकेंगे. ऐसी आशा करता हूँ।

Thanks Card
Dhanyavad

 

FAQs

Q भारत में पहला क्रेडिट कार्ड किस बैंक ने जारी किया?

सेंट्रल बैंक ओफ इंडिया भारत में क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला पहला बैंक है जिसने 1980 में वीजा क्रेडिट कार्ड जारी किया । विजया बैंक ने 1988 में भारत में पहला मास्टर कार्ड क्रेडिट कार्ड जारी किया।

Q 18 वर्ष की उम्र में क्रेडिट कार्ड क्यो ले?

18 वर्ष की युवा उम्र में क्रेडिट कार्ड लेना, आपके क्रय शक्ति को बढाता है, वितीय अनुशासन को डेवलप करने में मदद करता है। साथ में इस उम्र में क्रेडीट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने व क्रेडिट इतिहास को जल्दी तैयार करने में मदद करता है जो कि भविष्य में आपको लोन लेने में आसानी व किफायती दर का लाभ प्राप्त होता है।

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