दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? 30+TIPS

Google  Search में दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये?, ग्राहक नहीं आए तो क्या करें?, व्यापार बढ़ाने का कौन सा मंत्र है?, ग्राहक की ना को हाँ में कैसे बदलें?, व्यापार करने का सही तरीका क्या है?, दुकान न चलने का क्या कारण है?, ग्राहक नहीं आते उसके लिए क्या करना चाहिए?, अपनी दुकान का प्रचार कैसे करें?, आदि ऐसे कई सारे प्रश्नों की भरमार होती है जहाँ लोग अपने बिजनेस नहीं चलने, ग्राहक की संख्या में कमी आदि से परेशान है।

यहाँ मैं बताना चाहूँगा की कोइ भी एक छोटे अथवा मध्यम श्रेणी के दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? इन प्रश्नों के के समाधान के लिये किसी मार्केटिंग गुरू की अवश्यकता नही है बल्कि परखी रणनीतियों को अपनाकर आप चाहे बिजनेस में नये ही क्यो न हों, स्वयं ग्राहक को बढा सकते है, अपने बिजनैस को बढ़ा सकते है।

इस दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये?? 30+ TIPS    लेख में मैं दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये?  से जुड़े ऐसी ही  रणनीतियों की जानकारी दे रहा हूँ  जिसका अनुशरण कर आप दुकान में ग्राहक कैसे बढाये? बिजनेस को कैसे बढाये? जैसे पहेली का समधान प्राप्त कर सकेंगे।

पूरी रणनीति की जानकारी के लिये लेख को अंत तक पढ़ें

 

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दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये 30+TIPS

 

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दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? 30+TIPS

दुकान की बाह्य आकर्षकता को बनाये रखें:

अंग्रेजी की एक कहावत है कि First Impression Is The Last Impression”. साथ ही व्यापार के इस तकिया कलाम को बहुत से व्यापारियो से सुना होगा की “जो दिखता है वो बिकता है।“

इतने से आप समझ ही गये होंगे की क्या करना है? :- जी हाँ, दूकान के बाह्य आकर्षण पर ध्यान दें। यह ग्राहकों को आकर्षित करने का सबसे पहला कारक है। आप देखते होंगे की एक ही सामानो के दूकान वाले मार्केट में ग्राहक उस दूकान की ओर ज्यादा आकर्षित होता है जिसका बाह्य आकर्षण ज्यादा होता है। इसके लिये समुचित इंट्रेन्स, signboard, डिजाइन आदि पर ध्यान केंद्रित करें। इसे ऐसा बनाये कि,  आप कुछ एक्स्ट्रा दे रहे हो ऐसा फीलिंग आ जाय्।

आंतरिक साज सज्जा (Internal asthetics) एवम साफ सफाई  पर ध्यान दें

दूकान की आंतरिक साज सज्जा भी उतना ही मायने रखता है जितना बाहरी। असल इम्प्रेशन तो आपका यही से बनना स्टार्ट होता है। आंतरिक साज सज्जा के लिये आपका फर्निचर व्यवस्थित हो, साफ सफाइ की उचित व्यवस्था हो, अनावश्यक सामान जो व्यवसाय से अलग हो, अंदर के स्टोरेज में रखे, एस्थेटिक्स को बढाने के लिये आप ग्राफिक डिजाइनर से आकर्षक डिजाइन वाले  स्टीकर तैयार कर डिस्प्ले कर सकते है। साथ ही बिक्री वाले सामान का उचित एवम योजनागत तरीके से रखरखाव हो ताकि ग्राहक सहज हो एवम आकर्षकता बनी रहे।

ग्राहक सुविधा पर ध्यान केंद्रित करें :

यथा बैठने की व्यवस्था, पानी आदि जैसे छोटी छोटी ग्राहक सुविधा को ध्यान में रखें। जैसे कपड़े / फैशन  के स्टोर में मिरर, फोर्म आदि भरने की आवश्यकता वाले बिजनेस स्थल में पेन, पेपर के छोटे पैड,स्टैपलर,पिन आदि। ऐसे ही बहुत सारे छोटी छोटी चीजे है जो व्यवसाय प्रकार पर निर्भर करेगा, आप ध्यान रखे।

एटेंटिव  एवम विनम्र रहें:

अपने ग्राहको के साथ विनम्र वर्ताव करें। उनके प्रश्नो का समुचित एवम स्पष्ट उत्तर दे। निजी बातों से दूर रहें। सामान्य शिष्टाचार वाले शब्दो जैसे वेलकम, थैंक यू, आदि जैसे शब्दो का प्रयोग करें। उनके आने लिये सांकेतिक आभार प्रकट करें।

सामानों के रखरखाव पर ध्यान दें :

सामनो के समुचित रखरखावपर ध्यान दे। सामानो पर   धूल मिट्‍टी ना जमा रहे। साथ ही दूकान भरा हुआ दिखे। भले ही  कम सामान भी हो तो भी फर्निचर का इस तरह डिजाइन तैयार करवाये की जगह खाली न दिखे। यह ग्राहको में पोजिटीव सोच को बढ़ाता है।     ,

इनवेंटरी मैंनेजमेंट पर नियमित ध्यान रखें :

मांग वाली वस्तूओ का सदैव पर्याप्त स्टॉक बना रहे ऐसा सुनिश्चित करें ताकि ग्राहक को सेवा दे सके। सामान के अभाव मे ग्राहक वापसी हो सकता है नये दूकान में बेहतर अनुभव के कारण ग्राहक सदा के लिये आपके यहाँ से विमुख हो जाये।

उत्पादों के एक्सपायरी तिथि वगैरह पर ध्यान  रखे :

ऐसा न करने पर  हो सकता है अंजाने में आप एक्सपायरी वाले प्रोडक्ट को ग्राहक को दे दे या बहुत पुराने प्रोडक्ट जिसकी उपयोग की अंतिम तिथि  बिल्कूल निकट भविष्य में हो, डीलिवर कर दें। ऐसे में ग्राहक मे आक्रोष उतपन्न होगा और आपसे दूरी बना लेंगे।

प्रतिस्पर्धी को समझे:

अपने प्रतिस्पर्धी का अध्ययन करे। उसके द्वारा दी जा रही प्रोडक्ट, सेवाओं, उसकी प्राइसिंग, गुणवत्ता, उसके लक्षित ग्राहकों को समझे। अपने सेवाओं/उत्पादो मे तदनुसार बदलाव, सुधार लाये। । मार्केट में टिकने और प्रतिस्पर्धी से आगे निकलने के लिये समय समय पर अपनी रणनीति तैयार करें।

मार्केट रीसर्च :

बाजार पर आपको पैनी नजर बनानी पड़ेगी। इसके लिये आपको बाजार रीसर्च  की आवश्यकता है। किन चीजों की मांग बढ रही है, कौन सी फैशन डिमांड में है, कौनसा औट्डेटेड हो गया है, आदि का ध्यान रखना पड़ेगा। इससे ग्राहकों की मांग आप पूरी कर सकेंगे और विश्वास जीतने मे सफल होंगे।यह ग्राहक जोड़ने मे मदद करेगा और इन्वेंटरी को मैंनेज करने भी । पुराने फैशन वाले सामानो पर आप ऑफर,सेल आदि ला सकेंगे।

ग्राहक को पढ़ें, ग्राहक क्या चाहता है :

ग्राहकों के पसंद नापसंद को जानने की कोशिश करें। उसकी पसंद के विरुद्ध कोइ वस्तु थोपे नहीं। यह ग्राहक असंतोष का कारण बनता है एवम भविष्य में दुबारा आपके यहाँ आने पर दो बार सोचेगा।

लक्षित ग्राहक के पसंद को समझे :

अपने एरिया के का सर्वेक्षण करे एवम लक्षित ग्राहकों के पसंद को पहचाने। तदनुसार अपने सामानों/सेवाओ की आपूर्ति करें।

डीमांड वाली वस्तुओं का चैन तैयार करें:

आपको अपने बिजनेस मे डिमांड वाली वस्तुओं का चैन तैयार करना चाहियें। लक्षित ग्राहकों के पसंदगी को देखकर  माँग वाली वस्तुओं का समुचित स्टॉक रखें।

माँगों के सीजनलिटी की जानकारी रखे :

अपने स्टॉक को हमेशा अपडेट करते रहे तथा बदलते सीजन अथवा अवसर विशेष के लिये ग्राहक आवश्यकताओ की पहचान कर आवश्यक सामानो का स्टॉक  करे ताकि उत्पाद अनुपलब्धता के कारण ग्राहकों को भटकना ना पड़े। यह आपके बिजनेस मे ग्राहक विश्वास बढाता है और आपसे जुडाव को मजबूत करता है।

मार्केटींग के पारंपरिक तरीके अपनाये :

ग्राहकों मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये स्थानीय विपणन रणनीति का सहारा ले। इसके लिये आप अखबारो मे विज्ञापन , बैनर, पोस्टर, स्क्रीन डिस्प्ले, अखबार वेन्डरो द्वारा पैम्प्लेट, बिल्लस, ब्रोसर  आदि बंटवाकर,बिजनेस कार्ड आदि द्वारा लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकते है।

मार्केटिंग के आधुनिक (डिजिटल) तरीको से प्रचार करें:

आज के सोशल मीडिया , टेक्नोलॉजी के युग में केवल पारंपरिक मार्केटिंग रणनीति नये युवा ग्राहकों को उतना आकर्षित नही कर पायेगा। ऐसे मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लें। अपने बिजनेस को Google Map पर रजिस्टर करें। Youtube पर Ad, Google Ad, लोकल रेडियो पर Ad, Facebook पर Ad को दें। इसके अतिरिक्त facebook एवम Youtube पर फ्री बिजनेस मार्केटिंग करें। सोशल मीडिया नेटवर्किंग  का इस्तेमाल करें। Telegraam, Twitter आदि का सहारा ले।

अपने बिजनेस को लोकल डिजिटल सर्च में जगह बनाने के लिये Justdial, Sulekha आदि पर फ्री लिस्टिंग कराये।

माउथ पब्लिसिटी पर ध्यान दे :

ग़्राहको के संतुष्टी का हमेशा ध्यान रखे। एक संतुष्ट ग्राहक ५ जगह आपका बखान करेगा और २-४ नये ग्राहकों को लेकर आयेगा।

उत्पादों के रेट पर पैनी नजर रखें:

अपने उत्पादो के रेट पर पैनी नजर रखे। कुछ सामानों  मे कभी कभार प्राइस में कमी आ जाती है। ऐसे में आपके प्रतिस्पर्धी कम मूल्य पर वही सामान दे रहे होते हैं। इससे ग्राहक टूटने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अपने प्रोफिट मार्जिन में एड्जस्ट करके दामो में उचित कमी करें।

उत्पादों के रेट डिस्प्ले करें:  

अपने व्यापार मे पारदर्शिता को जगह दे। प्रोडक्ट के उपर रेट डिस्प्ले करें। ऐसा ग्राहकों को  निर्णय लेने में सहूलियत होती है और आपको बताने में  ज्यादा केंद्रित होने कीआवश्यकता नहीं होती है। यह ग्राहक के क्रय शक्ति को भी बढ़ाता है।

ग्राहको का रिकॉर्ड रखें:

ग्राहको का रिकॉर्ड रखे एवम समय समय पर उसका विश्लेषण करें। इसके लिये उसके पुराने खरीद आँकड़ों को देखे। उसके खरीददारी की शैली, बिल् रकम, प्रोडक्ट चयन, पसंद नापसंद, आदि का विश्लेषण करें। उसकी रुचि / शैली के अनुसार अपने उत्पादों /सेवाओ में बदलाव करें। यह आपको न सिर्फ पुराने ग्राहकों को बनाये रखने में मदद करेगा बल्कि नये ग्राहकों को जोड़ने मे भी मदद करेगा।

मल्टीपल पेमेंट ऑप्शन की व्यवस्था रखें:

आजकल ग्राहकों द्वारा अलग अलग पेमेंट मोड का उपयोग किया जाता है। यथा क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, UPI- Google Pay, PayTM, PhonePay आदि। ये पेमेंट सिस्टम ग्राहको के बेनेफिट से जुडे होते हैं। उपयुक्त पेमेंट सिस्टम के अनुपलब्ध्ता से हो सकता है की ग्राहक आपके यहाँ खरीद करने के लिये न आयें। अतः Scan Barcode, Swipe Machine आदि जैसे पेमेंट साधन का समुचित व्यवस्था रखें। साथ ही कैश पेमेंट के ऑप्शनके लिये आवश्यक छुट्टे रखे।

पुराने ग्राहकों को बनाये रखने पर ध्यान दे:

नये ग्राहकों को जोड़ते समय मौजूदा ग्राहकों के रिटेंशन पर भी ध्यान दे। विशेषज्ञों के अनुसार एक पुराने ग्राहक की रिटेंशन कॉस्ट एक नये ग्राहक के रेटेंशन  कॉस्ट के १०वे भाग के बराबर होता है। साथ ही एक पुराना ग्राहक आपका ब्रांड एंबेसेडर की भूमिका भी अदा करता है।

नये ग्राहकों को बढ़ाने का तरीका तभी सफल हो पायेगा जब आप अपने पुराने ग्राहक को बनाये रख पाते हैं। इसके लिये आप पुराने ग्राहकों को अप्रत्यक्ष तौर पर पुरस्कृत करें। या तो आप कुछ sample जो आपको माल खरीद में मिलते रहते ऑफर कर सकते है या आप लोयाल्टी प्रोग्राम, रेफेरल बेनेफिट आदि जैसे स्कीम चालू कर सकते है।

ग्राहक के शिकायतों का निपटारा:

ग्राहकों के शिकायतों का शीघ्र एवम प्रभावी तरीके से निपटारा करे। ध्यान रहे कि एक असंतुष्ट ग्राहक को थोड़े से नुकसान पर भी मना ले तो वह बेहतर होता है। हो सकता है कि वह आपके लिये तुरूप का पत्ता साबित हो। ऐसे ग्राहक एक बार आपसे जुड़ जाय तो वह ब्रांड एम्बेसेडर का काम करता है।

ग्राहकों से झगडे नहीं:

यह आपके बिजनेस के बारे मे गलत ईमेज बनाता है और यह खबड बहुत तेजी से फैल जाता है। फलतः आपको दुसरे ग्राहक को भी खोना पडता है। ऐसा करना काफी महंगा पड़ जाता है।

लचीली रीटर्न्स पॉलिसी एवम धन वापसी की नीतियां:

ग्राहक हमेशा अपने खरीद के प्रति आश्वस्त होना चाहता है एवम सुरक्षित महसूस करना चाहता है। एक लचीली रीटर्न्स पॉलिसी एवम धन वापसी की नीतियां ग्राहकों में प्रोडक्ट / सर्विस के प्रति विश्वास पैदा करता है। वह प्रोडक्ट / सर्विस के बारे में आश्वस्त हो जाता है। साथ ही यह ग्राहको के क्रय शक्ति (पर्चेजिंग पॉवर) को भी बढ़ाता है जो आपके सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है।

आप देखते होंगे कि सभी ऑनलाइन मार्केटप्लेस (जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, Bigbasket, Myntra आदि) पर रिटर्न पॉलिसी काफी सरल एवम लचीली होती है। साथ में आप खुद भी अनुभव किये होंगे की एक ही सामान दो अलग विक्रेताओं के पास उप्लब्ध है एवम एक मे रिटर्नेबल है और दूसरे में नही तो आप वैसे विक्रेताओं से ज्यादा लेना पसंद करते है जहां आपको रिटर्न की सुविधा मिलती है। कभी कभी हम ये सोचकर कि बाद में रिटर्न कर देंगे आप ज्यादा ऑर्डर कर देते है। मार्केट विशेषज्ञों के अनुसार 20% केस में लोग रिटर्न नहीं करते है बल्कि उपयोग में ले लेते है।

पोस्ट सेल्स सर्विस :

ग्राहक अपने प्रोडक्ट / सर्विस के भविष्य एवम सम्भावित रिपेयर आदि के प्रति भी आश्वस्त होना चाहता है। अतः वैसे प्रोडक्ट / सर्विस जो दीर्घकालिक हो, किफायती पोस्ट सेल्स सर्विस सुनिश्चित करे।

मार्केट ट्रेंड्स के हिसाब से  सेल ऑफर्स, डिस्कौंट :

मार्केट ट्रेंड्स , ग्राहक अभिरूचि, प्रतिस्पर्धी क्रियाकलाप के हिसाब से ग्राहकों को बेनिफिट दे। इसके लिये ट्रेन्डी सेल ऑफर्स, १+१ या १+२ स्कीम, मेगा डिस्कौंट ऑफर्स आदि जैसे बिक्री बढ़ाने वाली स्कीम चालू करें। यह  बिक्री को बढ़ाता है जिससे प्रोफिट मार्जिन कम होने के वाबजूद भी प्रोफिट पर असर नही पड़ता है और ग्राहक खींचने में मदद करता है।

वार्षिक सदस्यता योजना :

कुछ ऑफर्स / डिस्काउंट के साथ वार्षिक सदस्यता योजना को चालू करें। इससे ग्राहकों के साथ लम्बे समय के लिये संबन्ध बना रहेगा जो आपके बिजनेस को बढ़ाने में मदद करेगा। साथ में ग्राहको में सन्तोष को बढायेगा।

ग्राहकों को बेनीफिट पास करें :

किसी वस्तु का दाम मे कमी, १+१  आदि जैसे बेनीफिट को ग्राहकों को पास करें। इससे ग्राहको का भरोसा बढ़ता है और यह दीर्घकालीन बिजनेस ग्रोथ के लिये आवश्यक है।

होम सर्विस / होम डिलिवरी :

आजकल आपके ग्राहको के पास समय कम होता है क्योँकि सब भागते रहते है। समय का मैचिंग नहीं कर पाते है । ऐसे में बहुत से ग्राहक आपसे इसलिये नहीं जुड़ पाते है कि वे आप तक पहुंच नही पाते है । ऐसे में यदि आप होम सर्विस / होम डिलिवरी की सुविधा देते है तो वैसे ग्राहक आपसे जुडने मे सक्षम हो जाते है। यह आपको ग्राहक बढ़ाने में बहुत मदद करता है।

अपने बिजनेस में समय पालन सुनिश्चित करें:

मार्केट एवम ग्राहक ट्रेंड के हिसाब से आप अपने बिजनेस का टाइमिंग रखें। साथ ही अपने बिजनेस में समय पालन सुनिश्चित करें। यह बहुत ही आवश्यक है। समय पर आपके दूकान पर आया हुआ ग्राहक दूकान बंद होने की वजह से वापस जाता है तो दोबारा आपके यहाँ आने से कतरायेगा।

फ़ीडबैक सिस्टम को लागू करे:

फ़ीडबैक सिस्टम से आपको ग्राहको के अनुभव के बारे में पता चलता है। नकारात्मक फीड्बैक आपको प्रोडक्त \ सेवाओं मे इम्प्रूवमेंट करने / बदलने के लिये सन्देश देता है। वहीं सकारात्मक प्रतिक्रिया आपको अपने उत्पादो / सेवाओं को  बनाये रखने की ओर इस्सारा करता है। यह नये ग्राहक के लिये रणनीति तैयार करने में काफी मददगार होता है।

इन्हे भी पढे:

पैसे बचाने के 101 कारगर तरीके

घर बैठाए पैसे कैसे कमाये, पापड़ का बिजनेस शुरु करें

 

निष्कर्ष :

इस लेख मे आपने दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? 30+TIPS के बारे में जानकारी हासिल की है। एक बिजनेस अथवा दुकान मे ग्राहक को बढाने से सम्बद्ध लगभग सभी सामान्य उपायो के बारे में सीखा है। इन उपायो के द्वारा आशा करता हूँ कि आपका व्यवसाय भलिभंति ग्रो करेगा, ग्राहको की संख्या में काफी बढोतरी होगी। दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? 30+TIPS  लेख आपके लिये उपयोगी होगा।अ‍ग्रिम में बधाई देता हूँ।

नोट: दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?,बिजनेस को कैसे बढाये? से जुडे लेख के अनुभवो पर अपनी टिपण्णियो से हमे अवगत कराये।

FAQs

Q. ग्राहक नहीं आए तो क्या करें?,

अखबारो मे विज्ञापन , बैनर, पोस्टर, स्क्रीन डिस्प्ले, अखबार वेन्डरो द्वारा पैम्प्लेट, बिल्लस, ब्रोसर आदि बंटवाकर,बिजनेस कार्ड आदि द्वारा लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकते है। सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लें। अपने बिजनेस को Google Map पर रजिस्टर करें। Youtube पर Ad, Google Ad, लोकल रेडियो पर Ad, Facebook पर Ad को दें। इसके अतिरिक्त facebook एवम Youtube पर फ्री बिजनेस मार्केटिंग करें। सोशल मीडिया नेटवर्किंग का इस्तेमाल करें। Telegraam, Twitter आदि का सहारा ले।

Q. दुकान न चलने का क्या कारण है?,

मार्केट में बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा, बेचे जाने वाले सामानो का कम डिमांड, दुकान का लोकशन, दुकान की आकर्षकता, ग्राहको के साथ उचित व्यवहार, ग्राहक की शिकायतो समुचित निरकरण ना होना, मांग वाले सामानो का समुचित उप्लब्धता का ना होना आदि ऐसे कई कारक है जिसके कारण दुकान नही चलती है।

Q. ग्राहक नहीं आते उसके लिए क्या करना चाहिए?,

ग्राहको को खीचने के लिये आप निम्नलिखित उपाय कर सकते है: १. दूकान की बाह्य आकर्षकता को बनाये रखें २. आंतरिक साज सज्जा (Internal asthetics) एवम साफ सफाई पर ध्यान दें ३. एटेंटिव एवम विनम्र रहें ४. प्रतिस्पर्धी को समझे: ५. ग्राहक को पढ़ें, ग्राहक क्या चाहता है ६. मल्टीपल पेमेंट ऑप्शन की व्यवस्था रखें ७. पुराने ग्राहकों को बनाये रखने पर ध्यान दे ८. मार्केट ट्रेंड्स के हिसाब से सेल ऑफर्स, डिस्कौंट ऐसे बहुत से उपाय है जो आपको ग्राहक को खीचने में मदद करेगा। विशेष जानकारी के लिये ऊपर के लेख को पढ़ें एवम उपायों को अमल करें।

Q, अपनी दुकान का प्रचार कैसे करें?

अ‍पनी दुकान का प्रचार मार्केटिंग के पारम्परिक एवम आधुनिक डिजिटल तरीके से करें। पारम्परिक तरीके के अंतर्गत अखबारो मे विज्ञापन , बैनर, पोस्टर, स्क्रीन डिस्प्ले, अखबार वेन्डरो द्वारा पैम्प्लेट, बिल्लस, ब्रोसर आदि बंटवाकर,बिजनेस कार्ड आदि द्वारा लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकते है। आधुनिक डिजिटल विपणन रननीति के अंतर्गत सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लें। अपने बिजनेस को Google Map पर रजिस्टर करें। Youtube पर Ad, Google Ad, लोकल रेडियो पर Ad, Facebook पर Ad को दें। इसके अतिरिक्त facebook एवम Youtube पर फ्री बिजनेस मार्केटिंग करें। सोशल मीडिया नेटवर्किंग का इस्तेमाल करें। Telegraam, Twitter आदि का सहारा ले। अपने बिजनेस को लोकल डिजिटल सर्च में जगह बनाने के लिये Justdial, Sulekha आदि पर फ्री लिस्टिंग कराये।
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दुकान में ग्राहक कैसे बढाये?, बिजनेस को कैसे बढाये? 30+TIPS पढ्ने के लिये धन्यवाद

 

 

 

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