क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, बेस्ट क्रेडिट कार्ड के फीचर्स

अगर हम क्रेडिट कार्ड लेने का मन बना रहें है तो  हमारे पास इतने सारे विकल्प मौजूद होते हैं कि हम कनफ्युज हो जाते हैं कि क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए

भारत में क्रेडिट कार्ड के बढ़ते क्रेज को देखते हुए बहुत सारे बैंक और फिनानसियल कंपनियाँ इस व्यवसाय में प्रवेश कर रहे है और सैकड़ों तरह के अलग अलग फीचर्स के साथ क्रेडिट कार्ड हर आये दिन  मार्केट में लॉन्च हो रहे हैं। ऐसे में अगर हम नया क्रेडिट कार्ड बनाने जा रहें है या अपने पुराने क्रेडिट कार्ड को बदलना चाह रहें हैं तो  मार्केट में इतने सारे ब्रांड और फीचर्स के कार्ड मौजूद हैं कि हमारे लिये निर्णय लेना कठिन हो जाता है कि क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए,  कौन  से ब्रांड को चुने या कौन से फीचर्स वाला क्रेडिट कार्ड लें?

जीवनशैली और खर्च करने  के तरीके आपके कार्ड के चयन के लिये सही दिशानिर्देश देता है। जीवनशैली और खर्च करने तरीके के आधार पर किये गये सही कार्ड का चयन कार्डधारकों के लिये खर्चो पर  बेहतर बचत करने का अवसर प्रदान करता है।

यहाँ मैं,  क्रेडिट कार्ड के चयन में ध्यान देने वाली बातों की जानकारी और साथ में बेस्ट क्रेडिट कार्ड के चयन में कौन से फीचर्स पर ध्यान दें,  की जानकारी दे रहा हूँ ताकि जब भी आप क्रेडिट कार्ड के लिये अप्लाय कर रहे हों या आप वर्तमान क्रेडिट कार्ड से कठिनाई  महसूस कर रहें हों और स्वीप करने का मन बना रहे हो तो आप क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए या बेस्ट क्रेडिट कार्ड कौन सा है का  सही निर्णय ले सकें और बाजार में उपलब्ध बेस्ट क्रेडिट कार्ड का चयन कर सकें।

क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, बेस्ट क्रेडिट कार्ड के फीचर्स
क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, बेस्ट क्रेडिट कार्ड के फीचर्स

 

Table of Contents

क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए

क्रेडिट कार्ड के चयन में ध्यान दी जाने वाली बातें व बेस्ट क्रेडिट कार्ड के फीचर्स का चयन :

जब हम क्रेडिट कार्ड के चयन करने को सोचते तो  हमारे लिये सवाल आता है कि क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, बेस्ट क्रेडिट कार्ड कौन सा है? एक सही कार्ड का चयन कार्डधारकों के लिये मनी मल्टीप्लायर क काम करता है। क्रेडिट कार्ड के लिये निर्णय लेते समय हमें निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी चाहिये। क्रेडिट कार्ड से जुड़ी इन बातो पर ध्यान देकर सही व उपयुक्त क्रेडिट कार्ड का चयन कर सकेंगे और आप अपने लाभ क्रेडिट कार्ड के फायदे?, जाने (15+) क्रेडिट कार्ड के फायदे हिंदी में) को महत्तम कर सकते हैं।

सही क्रेडिट कार्ड के चयन में ध्यान रखी जाने वाली सावधानियाँ

क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए इन बातो का निर्णय लेते समय निम्ननलिखित सावधानिया बरतनी चाहिये

अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले संस्था का करें चयन :

क्रेडिट कार्ड अप्लाय करते समय कार्ड कम्पनी के  ट्रैक रिकॉर्ड का भी अध्ययन करें। क्रेडिट कार्ड बहुत ही सम्वेदनशील सेवा है। खराब रिकॉर्ड वाले संस्था में आपको  गैर जरूरी चार्ज, छुपे हुये चार्ज,  आदि का सामना करना पडता है। साथ ही तकनीकी सुरक्षा आदि की भी शंका बनी रहती है। किसी संस्था कें ट्रैक रेकोर्ड के बारे में उसके साइट पर दिये कस्टमर फीड्बैक, गूगल सर्च,  धोखाधड़ी समाधान पर की गई कारवाई आदि का अध्ययन करें।

मजबूत सुरक्षा प्रणाली कम्पनी की प्राथमिकता हो

एक अच्छे क्रेडिट कार्ड का निर्णय लेते समय जारीकर्ता कंपनी की सुरक्षा प्रणाली को नजरअंदाज न करें। कंपनी की  सुरक्षा सिस्टम मजबूत हों और फ्रॉड नियंत्रण का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड हो। एक खराब सुरक्षा प्रणाली वाली कम्पनी में आपके कार्ड पर धोखाधड़ी क्या आपका क्रेडिट कार्ड फ्रॉड प्रूफ है? जाने क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से बचने के 15+ तरीके) की सम्भावना ज्यादा बनी रहती है।

लगने वाले चार्जेस और ब्याज पर ध्यान दे:

क्रेडिट  कार्ड के चयन में लगने वाले फीस, चार्जेस, ब्याज का सही सही अध्ययन करें और उसकी तुलना करे ताकि आपको कम से कम मूल्य पर बेह्तर विकल्प चुनने का अवसर मिल सके।

उत्कृष्ट ग्राहक सेवा वाली कंपनी को चुने :

क्रेडिट कार्ड की गुणवत्ता उसके ग्राहक सेवा पर बहुत ही ज्यादा आश्रित रहता है। क्योंकि समय समय पर आपको ग्राहक सम्पर्क में अपनी समस्या के लिये जाना पड़ता है। यदि उन समस्यायो का त्वरित और प्रभावी निराकरण आपको नही मिलता है तो कभी कभी कफी नुकसान झेलना पड जाता है। साथ ही एक कुशल ग्राहक सेवा प्रदाता कम्पनी सतत आपको अपडेट देता रहता है। यह आपके लिये अपेक्षाकृत ज्यादा सुविधानुकूल होता है।

सही क्रेडिट कार्ड  को चुने :

समझदारी से उपयुक्त फीचर्स वाले कार्ड का चयन आपको अदा किये गये मूल्य की तुलना में कई गुणा  ज्यादा लाभ देता है। सही कार्ड को चुनने में आप अपने खर्च के पैटर्न का विश्लेषण करें और आपके खर्च के पैटर्न से मेल खाता हुआ किफायती व ज्यदा लाभ देने वाले क्रेडिट कार्ड को चुने ताकि खर्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

समझदारी से क्रेडिट लिमिट की मांग करें

जरूरत के मुताबिक ही लिमिट के लिये करे मांग । आवश्यकता  से बहुत अधिक  लिमिट आपके क्रय मनोदशा को ज्यादा मजबूत बनाता है। ऐसे में कभी कभी आवेग में आकर आप जरूरत से ज्यादा खर्च कर बैठते है। नतीजतन बजट अव्यवस्थित हो जाता है। कभी कभी हम ऋण जाल में फंस जाते हैं। अतः समझदारी से क्रेडिट लिमिट की मांग करें।

ज्यादा क्रेडिट कार्ड  लेने से बचें :

आपकी खरीद आवश्यकता नियत होती है। अतः एक या दो क्रेडिट कार्ड  ही रखे। ज्यादा कार्ड आपको ऑफर्स डिस्काउंट के मायाजाल में फंसाकर लोन ट्रैप का शिकार बना सकता है।अलग अलग क्रेडिट कार्ड के अलग अलग चार्जेस और फी भी होते हैं जिसका टोटल शयद आपके द्वारा ली जाने वाली फायदे से ज्यादा हो जाये।  साथ ही ज्यादा कार्ड के रहने से आपके लिये अपने लेनदेन का ट्रैक रखना भी मुश्किल हो जाता है। पेमेंट ड्यू डेट अलग अलग रहने  के कारण आपके लिये ड्यू डेट के अंदर भुगतान करने में चूक की सम्भावना बन जाती है।

गैर उपयोग वाले फीचर्स पर आकर्षित न हो :

क्रेडिट कार्ड के अलग अलग ब्रांड  के अलग अलग लुभावने फीचर्स के साथ सैकड़ों क्रेडिट कार्ड बाजार में उपलब्ध है। कुछ फीचर्स हमे बहुत ही सुहाने लगते है परंतु शायद हम उन फीचर्स का उपयोग विरले ही करते है। साथ ही यह भी सही है कि इस आकर्षक फीचर्स के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मूल्य भी जुड़े रहते हैं। अतः हमे वैसे ही कार्ड पर फोकस करना चाहियें जिसके फीचर्स हमारे लिये अनुकूल और लाभदायी हो।

एड ऑन कार्ड जरूरत होने पर ही लें:

क्रेडिट कार्ड  जारी करने वाली अधिकांश संस्था  एड ऑन कार्ड का ऑफर करती है। यह कार्ड के सेट लिमिट के अंदर आपके परिवार के अन्य सदस्यों के द्वारा उपयोग करने हेतु जारी किया जाता है।

इस कार्ड के दो नुकसान है। एक तो इस कार्ड के लिये आपको प्राय: एक्स्ट्रा एनुअल चार्ज ( वार्षिक शुल्क) व अन्य चार्ज पे करने होते है। इसके साथ ही यदि उपयोगकर्ता के खर्च की शैली आपके आय से मेल न खाता हो तो यह आपके लिये सर दर्द सबित हो सकता है। यदि शुल्क के साथ एड ऑन कार्ड जारी किये जाते है तो बेहतर है कि जरूरत के हिसाब से आप अलग फीचर्स  वाले नये लिमिट के साथ दूसरे ब्रांड के  कार्ड के लिये एप्लाय कर दें।

बेस्ट क्रेडिट कार्ड कैसे चुने : बेस्ट क्रेडिट कार्ड के फ़ीचर्स जिन पर गौर करना है

मार्केट में उपलब्ध क्रेडिट कार्ड मे से बेस्ट क्रेडिट कार्ड चुनने के लिये अपने प्राथमिकताओ को वरीयता क्रम में  लिस्ट आउट करें। इन प्राथमिकताओ के आधार पर नीचे दिये गये फीचर्स वाले कार्ड को कम्पेयर करें। आपके खर्चो के पैटर्न व जीवनशैली से मेल खाता हुआ बेस्ट क्रेडित कार्ड को चुने।

जॉइनिंग फी और वार्षिक शुल्क :

क्रेडिट कार्ड मे जॉइनिंग फी व वार्षिक शुल्क लागू रहता है जो कि अलग अलग होता है। परंतु सामान फीचर्स वाले या कहीं बेहतर फीचर्स वाले बहुत सारे कार्ड ऐसे होते हैं जो प्रोमोशन आदि के लिये  इन शुल्क को या तो नहीं लगाते या किफायती होता है। अतः क्रेडिट कार्ड अप्लाय करने के समय फीचर्स के साथ जॉइनिंग फी और वार्षिक शुल्क का भी तुलना करें।

रिवार्ड :

रिवार्ड पॉइंट्स की रीडेम्पशन का प्रोसेस  सरल व कैश में परिवर्तनीय है कि नहीं। बहुत सारे कार्ड में रिवार्ड का स्टरक्चर तो काफी आकर्षक होता है लेकिन रिडीम करना मुश्किल होता है। उसकी रिडेम्पशन की  शर्तें इतना  कठिन होता है कि आप उसका बेनीफिट ही ना उठा सके। रिवार्ड प्वॉइंट को कैश में कन्वर्ट करने का विकल्प नही होता है और बदले में  वैसे सामान को खरीदने का  विकल्प  दिया जायेगा जो आपके जरूरत का ही ना हो। ऐसे आकर्षक रिवार्ड प्वॉइंट बेकार ही जाता है या मूल्यवान नही होता है। बेस्ट क्रेडिट कार्ड के चयन में रिवार्ड प्वॉइंट कैश में कन्वर्ट करने के ऑप्शन वाले कार्ड को प्रेफेरेंस दे ताकि आपके पास दोनों ऑप्शन उपलब्ध हो।

पेनल्टीज :

पेनल्टीज की रूपरेखा को देखें। पेमेंट की चूक पर किस प्रकार का पेनल्टी चार्ज किया जायेगा। किसी किसी कार्ड में ग्रेस पीरियड का प्रवधान  होता है तो किसी कार्ड में पेमेंट में चूक पर भारी जुर्माना लगाया जाता है। अतः वैसे कार्ड को प्राथमिकता दें जिसमें कम पेनल्टीज अथवा ग्रेस पीरियड का प्रावधान हो।

कैश बैक फीचर्स  :

आजकल बहुत सी कंपनियां मार्केट  ट्रेंड के हिसाब से कैश बैक फीचर वाले कार्ड जांरी कर रहे हैं। कैश बैक का यह फीचर्स अलग अलग तरह का होता है। कुछ कार्ड  किसी खास वेंडर्स के लिये जारी किया जाता है तो कुछ बिना किसी वेंडर रिस्ट्रीक्शन के उपलब्ध है। इस कार्ड पर खरीद के बदले कुछ  नियत प्रतिशत कैश बैक के रूप में वापस मिल जाता है जो कि काफी फायदेमंद होता है।

वर्तमान में  कैशबैक एसबीआइ कार्ड फीचर्स में बाजी मार जाता है जिस पर बिना किसी वेंडर बाध्यता के ऑनलाइन शॉपिंग पर 5% व ओफलाइन शॉपिंग (कुछ अपवाद) पर 1% का कैशबैक देता है।

बिना किसी वेंडर रिस्ट्रीक्शन वाला कार्ड हमारे लिये काफी लाभदायी होता है क्योंकि आजकल हम ज्यादा नहीं तो थोड़े मोड़ें ऑनलाइन शोप्पिंग तो कर ही लेते हैं। इस कार्ड की विशेषता होती है कि किसी भी साइट से किये गये खरीद पर हमें कैश बैक मिल जाता है साथ ही कुछ प्रतिशत  ओफलाइन खरीद के लिये भी कैशबैक ऑफर करते है। यह कार्ड पर लगने वाले चार्ज से कही ज्यादा बेनीफिट देता है। अतः शर्तरहित एक अच्छे कैश बैक फीचर्स  वाला कार्ड हमारे लिये बेस्ट होता है।

कैश निकाशी की बेह्तर शर्तें :

मार्केट में उप्लब्ध कुछ कार्ड बिना शुल्क अथवा किफायती शुल्क व ब्याज पर कैश निकासी की सुविधा देता है वहीं कुछ कार्ड द्वारा  कैश निकासी के लिये भारी भरकम ब्याज व ट्रांजैक्शन फी वसूला जाता है। इसके साथ ही कैश निकाशी की लिमिट स्वीकृत लिमिट का कितना प्रतिशत है यह भी महत्वपूर्ण होता है।

वैसे तो क्रेडिट कार्ड से कैश निकासी सुविधा का उपयोग नहीं करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह महंगा होता है साथ ही इस रकम पर इंटरेस्ट फ्री क्रेडिट का लाभ नहीं मिलता है। परंतु आपातकालीन परिस्थितियों के लिये कैश निकाशी की बेहतर शर्तों वाले क्रेडिट कार्ड का चयन को प्राथमिकता दिया जाना चाहिये।

न्यून रेट पर ईएमआई में कन्वर्ट करने की सुविधा

बेस्ट क्रेडिट कार्ड के चयन में हमें वैसे कार्ड के चयन की प्राथमिकता देनी चाहिये जो बड़े खरीद को कम शुल्क व न्यून रेट पर मासिक हफ्तों में परिवर्तित करने का अनुमति देता हो। कभी कभार हमे बडी़ खरीद के लिये सरल हफ्तों पर खरीद करने की जरूरत हो जाती है । ऐसे में हमारे लिये आधे प्रतिशत का ब्याज दर का अंतर भीं काफी फर्क कर जाता है।

कम कीमत पर इमरजेंसी लोन :

वैसे तो हमें कार्ड पर लोन लेने से बचना ही चाहिये। परंतु कभी कभार हमारे लिये ऐसी विषम परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है की हमें लोन की अकस्मात जरूरत हो जाती है। अतः हम लोन के लिये इधर उधर भटकते हैं।  ऐसे में क्रेडिट कार्ड से लोन लेना काफी आसान होता है। परंतु इसके लिये हमें काफी मूल्य चुकाना पडता है। कोई कार्ड जारी करने वाली कम्पनी इसे 36 से 42 प्रतिशत वार्षिक तक वसूलती है। अतः क्रेडिट कार्ड के आवेदन के समय लोन की सुविधा लेने पर लगने वाले व्याज को भी देखें। यदि आप कभी लोन की सुविधा प्राप्त करते हैं तो कम कीमत पर इमरजेंसी लोन की सुविधा वाले कार्ड को वरीयता दें।

सभी के सभी फीचर्स एक ही कार्ड मे उप्लब्ध होना प्रायः सम्भव नही होता है। ऐसे में क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, कौन से फीचर्स वाले  कार्ड को चुने यह हमारे लिये संशय की स्थिति पैदा करती है। ऐसे में आपको कार्ड अप्लाय करने से पहले अपने खर्च की शैली का विश्लेषन करना चाहिए । अपने प्राथमिकताओ को वरीयता क्रम में  लिस्ट आउट करें। इन प्राथमिकताओ के आधार पर कार्ड को कम्पेयर करें। इसके लिये आप टेबल का सहारा ले सकते हैं।

उदाहरण  के लिये

फीचर्स – कार्डए कार्डबी कार्डसी कार्डडी कार्डएक्स कार्डवाई  कार्ड;;;;;;;;;;;;;;;;;;
कैशबैक
ज्वाइनिंग फी
अन्नुअल फी
ब्याज दर
कैश निकासी
;;;;;;;;;;;;;;;;;
;;;;;;;;;;;;;;;;;; आदि

 

साथ ही आप अपने सालाना खर्चों का मदवार (शोपिंग, ट्रेवल , ईंधन, बिल पेमेंट, औसत बिग टिकट खरीद, लोन की आवश्यकता, कैश निकासी की सम्भावनाये आदि) का आकलन करेँ। इस प्रकार आप अपने कार्ड पर होने वाले व्यय और मिलने वाले लाभ का एक रफ आकलन तैयार कर पायेंगे।

इस प्रक्रिया के द्वारा आप अपने आवश्यकताओं के अनुसार बेहतर शर्तो वाले बेस्ट क्रेडिट कार्ड चुनने मॆ सफल होंगे जो कि आपके लिये बेह्तर लाभ अर्जित करे।

निष्कर्ष :

इस लेख में आपने क्रेडिट कार्ड के चयन में ध्यान दी जाने वाली बातें व सही क्रेडिट कार्ड के फीचर्स जिन पर गौर करना है के लिये जानकारी प्राप्त किये। इन जानकारियों को आधार बनाकर तार्किक रूप से विश्लेषण के द्वारा क्रेडिट कार्ड कौन सा लेना चाहिए, बेस्ट क्रेडिट कार्ड कौन सा है का सही व उपयुक्त निर्णय लेने में आप सक्षम हो सकेंगे।

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FAQs

Q क्या मैं 2 क्रेडिट कार्ड रख सकता हूँ?

क्रेडिट कार्ड रखने की कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की गयी है। आप कितने भी कार्ड रख सकतें हैं। परंतु अपने फायदे को बेहतर बनाने व लेनदेन पर नियंत्रण रखने काी हिसाब से आपके जीवंशैली के लिये उप्युक्त 1 या 2 कार्ड ही रखें।

Q क्या एक से अधिक क्रेडिट कार्ड रखना फायदेमंद है?

एक या दो क्रेडिट कार्ड ही रखे। ज्यादा कार्ड आपको ऑफर्स डिस्काउंट के मायाजाल में फंसाकर लोन ट्रैप का शिकार बना सकता है।अलग अलग क्रेडिट कार्ड के अलग अलग चार्जेस और फी भी होते हैं। साथ ही ज्यादा कार्ड के रहने से आपके लिये अपने लेनदेन का ट्रैक रखना भी कठिन होता है और भुगतान में चूक की सम्भावना बन जाती है।

Q एड ऑन कार्ड क्या होता है?

क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली अधिकांश संस्था एड ऑन कार्ड का ऑफर करती है। यह कार्ड के सेट लिमिट के अंदर आपके परिवार के अन्य सदस्यों के द्वारा उपयोग करने हेतु जारी किया जाता है। एड ऑन कार्ड मूल कार्ड के नियम और शर्तों के द्वारा ही नियंत्रित होता है और इसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी मूल कार्डधारक की होती है।

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